कैमूर स्थापना दिवस पर भी करोना वायरस का प्रभाव स्पष्ट दिखा। इस मौके पर जिले में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। बता दें कि हर साल कैमूर में 17 मार्च को जिला स्थापना दिवस और 22 मार्च को बिहार स्थापना दिवस के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करते हुए हर्षोल्लास के साथ स्थापना दिवस मनाया जाता रहा है। कोरोना वायरस अलर्ट को लेकर 31 मार्च तक सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। जिसके बाद जिला स्थापना दिवस के मौके पर भी कोई कार्यक्रम नहीं हुआ सरकारी विभागों में लाइटिंग करने का आदेश दिए जाने के बावजूद कई विभागों में लाइटिंग भी नहीं की गई। यहां तक कि लोगों को जिला स्थापना दिवस का कार्यक्रम भी याद नहीं रहा। सोशल मीडिया पर भी काफी कम संख्या में लोगों ने जिला स्थापना दिवस के मौके पर अपना उद्गार व्यक्त किया। बता दें कि जिला स्थापना दिवस और बिहार दिवस को लेकर कैमूर में पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। जिला स्थापना दिवस के मौके पर लोग भी बढ़-चढ़कर शामिल होते हैं। हर साल आम शहरी भी घरों पर लाइटिंग की व्यवस्था करते हुए दिए जलाते हैं।

करोना से सभी को मिलकर लड़नी है जंग

सरकार से जारी गाइडलाइन के मुताबिक कैमूर स्थापना दिवस और बिहार दिवस पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों आयोजन को रद्द किया गया है। कैमूरवासी जिला प्रशासन के हर जागरूकता मुहिम में बढ़-चढ़कर शामिल होते हैं। करोना के प्रभाव से सावधानी और बचाव के लिए जिला प्रशासन ने कारगर कदम उठाए हैं। करोना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। एहतियात के तौर पर जिले में सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई है। आमजनों से अपील है कि सभी इसमें अपनी सहभागिता निभाएं।

डॉ नवल किशोर चौधरी, डीएम कैमूर

बच्चे बढ़-चढ़कर होते थे शामिल

कैमूर स्थापना, दिवस और बिहार स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में हर साल काफी संख्या में प्रतिभावान बच्चे अपनी कला भी दिखाते थे। लोकल कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए मंच प्रदान किया जाता था। करोना के प्रभाव की वजह से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से लोगों में मायूसी भी है। हालांकि जागरूकता और बचाव को जरूरी मानते हुए लोग भी परहेज कर रहे हैं। बता दें कि कैमूर जिले की स्थापना 1991 में हुई। रोहतास जिले से अलग करके कैमूर जिला बनाया गया। स्थापना काल के बाद से ही जिला निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है।

कलक्ट्रेट कैमूर

कार्यक्रम रद्द होने के बाद लौटंेगे पैसे

बिहार में करोना इफेक्ट के कारण फैसले दर फैसले लिए जा रहे हैं।शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को बिहार दिवस समारोह के आयोजन के लिए दी गई अग्रिम राशि वापस लौटाने का निर्देश दिया है। राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने डीईओ को यह निर्देश दिया है कि वह अग्रिम राशि मुख्यालय को वापस कर दें। बिहार दिवस समारोह के आयोजन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को ढाई लाख रुपए अग्रिम राशि के तौर पर दिए गए थे।लेकिन अब कोरोना वायरस को देखते हुए बिहार दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को रद्द किया जा चुका है। जिसके बाद विभाग ने रुपए वापस करने की तैयारी कर ली है।



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