बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मंगलवार को मैट्रिक परीक्षा के परिणाम जारी कर दिया है। इस बार सिमुलतला आवासीय विद्यालय अपने पुराने रिकार्ड को कायम नहीं रख सका। मात्र 3 छात्र ने सूबे के टाॅप-10 मेरिट लिस्ट में अपनी जगह बना पाया। जिसमें जमुई के एक भी नहीं हैं।
पूरे बिहार में टॉप-10 की सूची में कुल 41 छात्र व छात्राएं शामिल हैं। सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र बड़ा बौधा, पूर्वी चंपारण निवासी राज रंजन ने 474 अंक लाकर सातवां रैंक, अगड्ढा गांव भागलपुर निवासी बमबम कुमार ने 473 अंक के साथ आठवां व जहानाबाद के 471 अंक के साथ रोहित दसवें स्थान पर रहें। इस वर्ष सिमुलतला के 115 छात्र व छात्राएं मैट्रिक परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। जिसमें 56 छात्र व 59 छात्राएं शामिल थी। टाॅप-10 में जगह बनाने वाले सभी छात्र हैं, छात्राओं का प्रदर्शन भी पिछले पांच वर्षों की तुलना में बेहद निराशाजनक रहा।
टॉपरों का कारखाना के नाम से चर्चित सिमुलतला आवासीय विद्यालय इस वर्ष पुरानी कामयाबी को दोहराने में सफल नहीं हो सका। इस विद्यालय की स्थापना 2010 में हुई थी। पहली बार 2015 में यहां के बच्चे मैट्रिक की परीक्षा में शामिल हुए थे। पिछले पांच वर्षों में विद्यालय के कुल 116 छात्र-छात्राएं मैट्रिक परीक्षा के टॉप-10 में अपनी जगह बनाई थी। वर्ष 2016 में सर्वाधिक 42 छात्र-छात्राएं टाॅप-10 में अपना स्थान हासिल किया था। वहीं 2017 में 12 ने टॉप-10 में जगह बनाई थी। छठे साल विद्यालय अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने में सफल नहीं हो सका। पिछले पांच वर्षों की तुलना में इस वार छात्राओं का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। टॉप-10 में एक भी छात्रा जगह नहीं बना पाई। जबकि वर्ष 16 में विद्यालय की बविता व त्रिश्या तनवी ने 96.6 फीसद अंक के साथ टॉप किया था। वर्ष 2017 में भव्या ने 92.8 के साथ सेकेंड टॉपर, व हर्षिता थर्ड टॉपर बनी थी। वर्ष 18 में प्रेरणा राज टॉप की थी, जबकि प्रज्ञा, शिखा सेकेंड टॉपर और अनुप्रिया थर्ड टॉपर रही थी।
7वां रैंक : राजरंजन को डाॅक्टर बनने की है चाहत, कोटा से ऑनलाइन कर रहे तैयारी
सूबे में सातवां रैंक हासिल करने वाले पूर्वी चंपारण के बड़ा बौधा गांव के राजरंजन ने भास्कर से बातचीत में बताया कि वह डाक्टर बनना चाहते हैं। इसके लिए वे कोटा के प्रतिष्ठित एलएन कोचिंग क्लास से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। 12वीं की पढ़ाई वे कोटा से ही करना चाहते हैं। पिता रविचंद्र भूषण आर्मी के जवान हैं, और वर्तमान में वे सिक्किम में तैनात हैं। मां रंजीता कुमारी शिक्षिका हैं।
8वां रैंक: भागलपुर जिले के अगड्ढा निवासी किसान के बेटे बमबम का लक्ष्य यूपीएससी कंप्लीट करना
भागलपुर के अगड्ढा गांव निवासी सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र बमबम कुमार ने 8वां रैंक हासिल किया है। बमबम ने बताया कि उसके पिता किसान हैं, जबकि मां गृहणी। बमबम ने बताया कि वह 12वीं की पढ़ाई सिमुलतला आवासीय विद्यालय से ही करना चाहते हैं, और यूपीएससी कंप्लीट करना उनका लक्ष्य है। अभी से ही वह उसकी तैयारी में जुटे गए हैं। इसके लिए वे कई वैसे यूपीएससी टॉपरों की जीवनी पढ़ रहे हैं जिसने कठिन परिस्थितियों में भी सफलता हासिल की है।
10वां रैंक : जहानाबाद के कपड़ा व्यवसायी का पुत्र रोहित को है सीए बनने का सपना
सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र रोहित ने मैट्रिक परीक्षा में बिहार टाॅप-10 में 10वां रैंक लाया है। जहानाबाद जिले के रहने वाले रोहित आगे की पढ़ाई कहीं और से करना चाहते हैं। रोहित ने बताया कि वह सीए बनना चाहते हैं। इसके लिए अभी से ही तैयारी में जुट गए हैं। इंटर में कॉमर्स विषय से पढ़ाई करेंगे। रोहित के पिता जहानाबाद में कपड़ा के व्यवसायी हैं।
कमियां कहां रही इस पर विचार किया जाएगा
सिमुलतला आवासीय विद्यालय में शैक्षणिक माहौल वही है, शिक्षक वही हैं, बावजूद इस वार मैट्रिक परीक्षा का परिणाम अच्छा नहीं आया, यह गंभीर चिंता का विषय है। लॉकडाउन के बाद बैठक कर उन कारणों को ढूंढा जाएगा, कि आखिर कमियां कहां रही। और उन कमियों को शीघ्र दूर कर हम अपने पुराने स्थान को हासिल करेंगे। स्कूल के छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई में कोई कमी नहीं की। बावजूद प्रदर्शन पूर्व की तरह नहीं रहा, हम अपनी इस कमी को स्वीकार करते हैं।
डॉ. राजीव रंजन, प्रिंसिपल, सिमुलतला आवासीय विद्यालय, जमुई

टॉप-10 में 10वां रैंक लाने वाला रोहित को बधाई देते परिजन।
टॉप-10 में 10वां रैंक लाने वाला रोहित को बधाई देते परिजन।


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मां-पिता के साथ टॉप-10 में 7वां रैंक लाने वाला राज रंजन।
टॉप-10 में 8वां रैंक लाने वाला बमबम कुमार को मिठाई खिलाते परिजन।

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