एसपी दिल्न्वाज अहमद ने बताया है कि ब्रेथ एनालाइजर से दो बार चिकित्सक की जांच कराई गई, लेकिन चिकित्सक के शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई। इधर, चिकित्सक के खून पेशाब के सैंपल भी जांच के लिए एफएसएल पटना भेजे गए हैं। उधर, मृत महिला के पति के आवेदन पर चिकित्सक पर सदर थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसके बाद थाने से ही डाक्टर को जमानत दे दी गई है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक भभुआ सदर थाना के ठीक सामने निजी रंजन हॉस्पिटल में ऑपरेशन से प्रसव के बाद प्रसूता की मौत हो गई। मृत प्रसूता रोहतास जिले की दिनारा थाना क्षेत्र के विश्रामपुर गाव की संजीत खरवार की पत्नी चिंकी देवी थी।
वह मायका चैनपुर के महुला गांव से प्रसव के लिए 25 मई को भभुआ सदर अस्पताल आई थी। सोमवार को क्लीनिक के सामने जूटे दर्जनभर की संख्या में परिजनों ने खूब हंगामा किया। चिकित्सक डॉक्टर प्रेम राजन पर गंभीर आरोप भी लगाए। शिशु की गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों ने पास के सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में भर्ती कराया।
भभुआ थाने में मृतका के पति संजीत ने कराई एफआईआर

उधर, सदर थाने में प्राथमिकी कर लिए दिए आवेदन में मृतका के पति संजीत खरवार ने कहा है की वह पत्नी को 25 मई को प्रसव के लिए सदर अस्पताल ले गया था। पंजीयन पर्ची लेने के बाद अस्पताल कर्मियों ने ईद के चलते आपरेशन नही होने की बात कह रंजन अस्पताल में जाने को कहा गया। डॉक्टर नशे की हालत में सोमवार को ऑपरेशन कर रहे थे। इसी बीच चिंकी की डॉक्टर की लापरवाही से मौत हो गई।
गठित बोर्ड की निगरानी में पोस्टमॉर्टम
सदर अस्पताल कर उपाधीक्षक डॉक्टर विनोद कुमार ने बताया कि मृतका का पोस्टमार्टम गठित बोर्ड के द्वारा कराया गया। बोर्ड में तीन डॉक्टरों को शामिल किया गया है। उधर, एसपी ने सिविल सर्जन से निजी क्लीनिक चला रहे डाक्टर के अस्पताल में इन्फ्रा स्ट्राक्क्चर किस तरह की है इसकी जानकारी भी मांगी है। उन्होंने जल्द रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
डाक्टर ने भी तोड़फोड़ करने का आवेदन दिया
इधर, निजी क्लीनिक चला रहे चिकित्सक ने भी सदर थाना में आवेदन दिया है कि उनके क्लीनिक में हंगामे के दौरान तोडफोड की गई जबकि जरूरी कागजात भी नष्ट कर दिये गए हैं। हालाकि चिकित्सक के आवेदन के बाद थाना पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। हालांकि डॉक्टर ने बताया कि प्रसुता की मौत कॉम्पलीकेशन की वजह से हुई है।
सुबह 8बजे से सदर अस्पताल के इमरजेंसी में थी चिकित्सक की ड्यूटी
सदर अस्पताल के आधिकारिक जनों का कहना है कि सोमवार की सुबह 8 बजे से डॉक्टर प्रेम राजन की ड्यूटी अस्पताल के इमरजेंसी में थी। मृत प्रसूता को सदर अस्पताल लाने वाली दो आशा कार्यकर्ता भी साथ में थी। जिन के बहकावे में आकर परिजन निजी क्लीनिक ले गए। मृतका की चाची चैनपुर के महुला गांव की गामा देवी ने बताया कि सुबह 9बजे के करीब डॉक्टर ने महिला की ऑपरेशन कर बच्चा निकाला। इसके बाद ही प्रसूता की मौत हो गई। बाद में बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया।



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विलाप करते परिजन, इनसेट में मृतक की फाईल फोटो।

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