राज्य सरकार से करार के बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) कॉरिडोर दो के राजेंद्रनगर से मलाहीपकड़ी होते हुए न्यू आईएसबीटी के बीच मिट्टी जांच का काम चल रहा है। डीएमआरसी ने मिट्टी जांच का जिम्मा जयपुर की कंपनी कंसल्टिंग इंजीनियर्स ग्रुप लिमिटेड को सौंपा है, जिसकी 12 टीमें मिट्टी का नमूना ले रही हैं। पटना मेट्रो का जो हिस्सा अंडरग्राउंड बनेगा वहां 40 फीट और एलीवेटेड हिस्से में 30 फीट की गहराई से सैंपल लिए जा रहे हैं।

एलीवेटेड ट्रैक वाले प्रस्तावित हिस्से में 100 मीटर और अंडरग्राउंड हिस्से में 200 मीटर की दूरी से मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं। पटना मेट्रो के जीएम वर्कर्स की देखरेख में यह काम चल रहा है। फिलहाल, प्रायोरिटी कॉरिडोर के मिट्टी की जांच की जा रही है। अभी दो महीने ने बताया मिट्टी जांच के बाद डीएमआरसी मेट्रो की फाइनल रिपोर्ट तैयार करेगा।



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