सीएए और एनआरसी देश के संविधान को खोखला करने वाला है। इससे लोगों की नागरिकता छीनने की कोशिश की गई है। हम इस कानून का विरोध करते हैं। हुकूमत इस काले कानून को वापस ले। ये बातें खानकाह शहबाजिया से आए सज्जादानशीं के छोटे भाई सैयद शाहकार आलम शहबाजी ने शाहजंगी मेला मैदान में कहीं। वे संविधान बचाओ देश बचाओ समिति के सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुई महासभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, इस कानून के वापस होने तक हम सड़कों पर सेक्युलर अंदाज में इसका विरोध करते रहेंगे। शहबाजी ने कहा कि यह कानून सभी धर्मों को प्रभावित करेगा। सभा में भागलपुर, बांका के लोग शामिल हुए। लोगों ने अपने इलाके से हाथों में तख्ती लिए जुलूस निकाली और विरोध जताया। तख्तियों पर लोग प्यार बांटो, देश नहीं, हिन्दी है हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा, तानाशाही नहीं चलेगी, फांसीवाद कानून का हम विरोध करते है, सीएए और एनआरसी बिल वापस लो जैसे स्लोगन लिए थे।

भीम अर्मी के मनोज कुमार भारती ने कहा, आर्थिक जनगणना के अनुसार 60 प्रतिशत दलितों के पास जमीन नहीं है। वैसी स्थिति में वे दलित बाहरी करार दिए जाएंगे।मुफ्ती मौलाना फारूक आलम अशरफी ने कहा कि यह कानून नागरिकों के बुनियादी हक को छीनने वाला है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सैयद शाह अली सज्जाद ने कहा, हमारा इत्तेहाद ही हमारी कामयाबी की बुनियाद है। एमएम डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सलाहउद्दीन अहसन ने कहा कि हम कोई तिनका नहीं है जो चुन-चुन कर निकाल दिए जाएंगे। महासभा में मौलाना अताउर्रहमान मिफताही ने कहा कि लाेगाें काे डरने की जरूरत नहीं है। उदय, राहुल, डॉ. रवि शंकर, दशरथ प्रसाद साह, रिंकू यादव, डा. विमल कुमार, डॉ. सैयद तासीर, मौलाना फारूक नदवी ने भी विचार रखे। सभा के बाद एक प्रतिनिधि मंडल हबीबपुर थाने में एसडीओ, एसडीएम, डीएसपी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

राहत इंदौरी के शेर से जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्रा ने जताई कानून के प्रति नाराजगी

जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्रा नवा फातिमा ने भी अपने विचार रखे। भीखनपुर की फातिमा ने राहत इंदौरी के शेर.. हम सभी का खून शामिल है इस मिट्टी में, किसी के बाप का हिन्दुस्तां थोड़ी है... सुना कर अपना विरोध जताया। उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया में हंगामे के वक्त में होस्टल में ही थी। वहां पुलिस ने छात्रों पर बर्बरता दिखाई। यह लड़ार्इ संविधान बचाने की है। महासभा में आसमा, तैयबा, फारिया, शगूफ्ता सहित कई लड़कियाें ने मंच पर हाथों में स्लोगन लिए तख्तियों से विरोध जताया।

कानून वापस नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन होगा

संविधान बचाओ देश बचाओ समिति के आयोजक मुफ्ती खुर्शीद अनवर ने कहा कि महासभा कामयाब रहा। उन्होेंने कहा, सीएए और एनआरसी दोनों संविधान के खिलाफ है। इससे देश बंटवारे की तरफ जा रहा है। इस सभा से सरकार से कानून को वापस लेने की मांग की। उन्होंने चेतावनी भी दी कि कानून वापस न लेने पर इससे बड़ा आंदोलन फिर होगा। सभा को सफल बनाने में समिति के वर्दी खान, हेला सोहेल, मौलाना जफर, मेराज बबलू का सहयोग रहा।

जदयू नेता इबरार अंसारी मंच पर आए तो रोका संबोधन

शाहजंगी मेला मैदान में सीएए और एनआरसी के विरोध में हुई सभा में जदयू नेता इबरार अंसारी जैसे ही मंच पर बोलने के लिए खड़े हुए तो लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोगों का विरोध था कि जदयू इस लड़ार्इ से दूर है इसलिए जदूय नेता का मंच पर काम नहीं है। हंगामा देखते हुए आयोजकों ने उन्हें संंबोधन से रोका, तब हंगामा शांत हुआ।

नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी के खिलाफ शाहजंगी मेला मैदान में जुटे लोग।

महासभा में मंच पर बैठे सैयद शाहकार आलम शाहबाजी, मुफ्ती खुर्शीद अनवर, वर्दी खान व अन्य।

कड़ी सुरक्षा के बीच नाथनगर से निकला जुलूस

नाथनगर | सीएए व एनआरसी के विरोध में शाहजंगी मेला मैदान में आयोजित सभा में शामिल होने के लिए नाथनगर के मेदिनीनगर, कसबा, मीरग्यासचक, हसनाबाद, मकससपुर, गढ़कछारी, चंपानगर, सरदारपुर सहित विभिन्न इलाके से जुलूस निकाला गया। जिला प्रशासन ने नाथनगर इलाके के विभिन्न चौक-चौराहों पर दंडाधिकारी की तैनाती की थी और वीडियोग्राफी की जा रही थी। सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज और मुख्यालय डीएसपी खुद पूरे इलाके में गश्त कर रहे थे।



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Bhagalpur News - attempts to snatch citizenship from caa and nrc central government withdraws law
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