भोजपुर जिले में 24 हजार से ज्यादा गाय-भैंस के 5-8 माह के बच्चे (बाछी व पाड़ी) को ब्रुसेलोसिस (संक्रमण गर्भपात) रोग से बचाव को नि:शुल्क टीकाकरण दिया जायेगा। इसके लिए पशुपालन विभाग जिले में 20 मार्च से 3 अप्रैल तक विशेष टीकाकरण अभियान चलायेगा। इसे सफल बनाने के लिए सभी तैयारी तेजी से पूरी की जा रही है। गाय-भैंस के बाछी व पाड़ी में इन टीकों के देने के बाद से उनमें ब्रुसेलोसिस नामक बीमारी उम्र भर नहीं होती है। इस कारण इन पशुओं का ब्रुसेलोसिस बीमारी से बचाव हो जाता है। हाल के वर्षों में इस बीमारी के कारण सैकड़ों पशुओं के प्रभावित होने के कारण इससे बचाव करने के लिए विभाग के द्वारा नि:शुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। 20 मार्च से सभी पशुपालन विभाग के कर्मी घर-घर जाकर पशुपालकों के यहां मौजूद 5-8 माह के बाछी व पाड़ी को टीकाकरण करेंगे। इस रोग के होने के बाद इसका कोई कारगर इलाज नहीं है। इस कारण टीका को ही इसके बचाव का सबसे बड़ा व सफल तरीका माना जाता है। इस रोग से प्रभावित मादा पशुओं में गर्भावास्था के प्राय: अंतिम तीन माह में गर्भपात होना है, गर्भकाल पूरा होने के बाद मृत बच्चे का जन्म लेना है। वहीं इससे पशुओं में बांझपन भी बढ़ता है। वहीं इस रोग से ग्रस्त गाय व भैंस दूध भी काफी कम देती है। भोजपुर जिलेे के सभी प्रखंडों में कुल 23900 पशुओं के बच्चें में ब्रुसेलोसिस का टीका दिया जायेगा। इनकी संख्या के मामले में सबसे ज्यादा बच्चे बड़हरा में 19 सौ, जगदीशपुर में 18 सौ, तरारी, शाहपुर, संदेश, पीरो, कोईलवर व उदवंतनगर में 17 सौ, गड़हनी व बिहिया में 16 सौ, आरा ग्रामीण, अगिआंव, सहार, चरपोखरी में 1500 और आरा शहरी क्षेत्र में इनकी संख्या महज 800 है।

पॉल्ट्री मांस व अंडों के उपयोग से कोराेना का डर नहीं

जिले में पोल्ट्री मांस व अंडों के उपयोग से काेरोना वायरस का कोई डर नहीं है। उक्त बातें पशुपालन विभाग के निदेशक विनोद सिंह गुंजियाल ने कोरोना के संबंध में उड़ रही अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा है। उन्होंने कहा है कि अब तक विश्व के किसी भी भाग में पोल्ट्री मांस व अंडों के उपयोग से कोरोना का वायरस फैलने की रिपोर्ट नहीं आयी है। इसे ले उन्होंने जिला पशुपालन पदाधिकारी को एक पत्र भी भेजा है।

पहली बार 23 को होगा रैबिज-रोधी के लिए फ्री टीकाकरण

भोजपुर में पहली बार रेबीज रोधी नि:शुल्क टीकाकरण अभियान आरा, जगदीशपुर व पीरो तीनों अनुमंडल मुख्यालय के पशु अस्‍पताल में चलेगा। इस दौरान कोई भी कुत्ता पालने वाले पशुपालक अपने कुत्ते को लाकर रैबिज-रोधी टीकाकरण करा सकते है। इस टीका के पड़ने से एक वर्ष के अंदर कुत्ते द्वारा काटे जाने के बाद भी कोई रोग नहीं होगा। जिले में यह टीका पहली बार दिया जा रहा है।

जिले में पशुपालकों की सुविधा को देखते हुए घर-घर 20 मार्च से 3 अप्रैल तक ब्रुसेलोसिस का टीक दिया जायेगा। इसके लिए सभी तैयारी पूरी की जा रही है। यह टीकाकरण अभियान पूरी तरह से नि:शुल्क है।
- सिद्वनाथ राय, जिला पशुपालन पदाधिकारी, भोजपुर



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