मेडिकल काॅलेज अस्पताल (मायागंज) में बुधवार की रात बरारी पुलिस ने बनारस से मजदूरी कर बस से लाैटने वाले कहलगांव इलाके के 45 लाेगाें काे जांच के लिए भेजा। सभी आइसोलेशन वार्ड के बाहर डॉक्टर का इंतजार करते रहे, लेकिन वे नहीं मिले। पुलिस ने इमरजेंसी कंट्राेेल रूम में हेल्थ मैनेजर मधुकर काे भी बताया पर कोई नतीजा नहीं निकला। गुरुवार सुबह 11 बजे सभी की स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी अपने घर पहुंचे। इस बीच 36 घंटे तक भूखे-प्यासे सफर करने वाले मजदूराें की हालत खराब हाेने लगी। जैसे-तैसे चूड़ा-दालमाेट की व्यवस्था हुई, तब मजदूरों को राहत मिली। अस्पताल प्रबंधक सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि सुबह 11 बजे तक सभी की जांच हो गई। मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन में परेशान थे। 36-40 घंटे का सफर कर लौट रहे थे। रास्ते में खाने-पीने की दुकानें भी बंद थी। अधीक्षक डाॅ. अारसी मंडल का कहना है कि रात में डाॅक्टर ड्यूटी से गायब थे ताे एक्शन हाेगा। लेकिन अाइसाेलेशन वार्ड में सुबह अाठ बजे से रात अाठ बजे तक ही स्क्रीनिंग हाेती है। देर रात इमरजेंसी में ही काेराेना संदिग्धाें काे भर्ती किया जाता है।
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