मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में कोई भूख से नहीं मरता है। यहां बहुत काम है। हमारे लोगों को बाहर काफी कष्ट हुआ है। दूसरे प्रदेशों में निजी कम्पनियों ने उनके यहां काम करने वाले हमारे प्रवासी श्रमिकों का ख्याल नहीं रखा, जबकि यह उनका दायित्व था।
मुख्यमंत्री रविवार को भागलपुर, बांका, कटिहार, जमुई, बक्सर, जहानाबाद, अरवल और मुंगेर में 16 प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे थे। प्रवासियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि हम वापस आकर अपना सारा दुख दर्द भूल गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कपड़ा, जूता, बैग, फर्नीचर और साइकिल उद्योग में काफी संभावनाएं हैं। भागलपुर और मुंगेर में कपड़ा उद्योग खासकर सिल्क उद्योग में संभावनाएं हैं। भागलपुर का सिल्क दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
नए उद्योग के लिए उद्यमियों को हर संभव मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबके रोजगार की यहीं व्यवस्था करेंगे। बिहार के व्यवसायी वर्ग और उद्यमियों को भी इस ओर विचार करना चाहिए। नए उद्योग लगाएं, इसके लिए सरकार हरसंभव मदद करेगी। उद्योग लगने से बाजार का विकास होगा और लोगों की आय भी बढ़ेगी। हम उपभोक्ता राज्य हैं। हमारे पास बहुत बड़ा बाजार है। बाजार की जरूरतों के अनुरूप उद्योग लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। आपलोग बाहर जाकर वहां के विकास में कितना सहयोग देते हैं अब यही काम करेंगे।



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प्रवासियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करते मुख्यमंत्री।

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