इनपुट योजना के तहत किसानों द्वारा प्राप्त आवेदनों के सत्यापन का कार्य पूरा कर लिया गया है। साथ ही खाते पर राशि भी भेजी जा रही है। इनपुट योजना के लिए जिले से 1 लाख 84 हजार 291 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। जिसमें 1 लाख 51 हजार 744 आवेदन को स्वीकृत किया गया है। जबकि 32 हजार 544 आवेदनों को रिजेक्ट कर दिया गया है। रिजेक्ट होने वाले आवेदनों में सबसे ज्यादा कृषि समन्वयक द्वारा 32 हजार 540, डीएओ स्तर से 3 एवं एडीएम स्तर से 1 आवेदन शामिल है।

डीएओ विभू विद्यार्थी ने बताया कि इनपुट योजना के लिए आवेदनों का सत्यापन का कार्य पूरा कर लिया गया है। साथ ही किसान के खाते में राशि भी भेजी जा रही है। अभी तक 1 लाख 50 हजार 534 किसान के खाते 51 करोड़ 54 लाख 76 हजार 123 रुपया दिया जा चुका है। शेष 1210 किसानों के खाते पर भेजने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि मार्च तक ही आवेदन का सत्यपान किया जाना था लेकिन लॉकडाउन के कारण नहीं हो सका था।
तीन सदस्यीय टीम की मॉनिटरिंग में हुआ सत्यापन
डीएओ ने बताया कि आवेदन सत्यापन में पादर्शिता बनाए रखने के लिए कृषि अभियंत्रण के सहायक निदेशक आनंदन कुमार की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था। ताकि किसी भी किसान से विभागीय अधिकारी व कर्मचारी द्वारा अनदेखी की शिकायत नहीं मिले। जहां से भी शिकायत मिली टीम ने स्थल निरीक्षण कर उसे दूर किया। सबसे ज्यादा खाते में राशि नहीं जाने की शिकायत आ रही है। हालांकि अधिकांश किसानों के खाते पर राशि भेज दी गई है। टीम में सहायक निदेशक के अलावा पुरूषोत्तम कुमार, धनंनजय कुमार शामिल हैं।
खरीफ फसल की हो रही तैयारी
डीएओ ने बताया कि इनपुट के लिए प्राप्त आवेदनों के सत्यापन कार्य समाप्त होने के साथ ही अब खरीफ फसल की तैयारी की जा रही है। समय पर किसानों को बीज उपलब्ध कराने के लिए ऑन लाईन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही सभी विक्रेताओं को बीज आवंटन कराने की प्रक्रिया भी चल रही है। आवेदन स्वीकृति में देर न हो इसके लिए तैयारी की जा रही है।



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32 thousand 544 farmers in the district are deprived of input scheme

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