मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ सुरक्षा की लंबित योजनाओं को पूरा करने के लिए नेपाल के संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने का आदेश दिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने कोशी, गंडक, कमला व अन्य नदियों पर बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों की स्थिति और संभावित बाढ़ की पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को नेपाल से बेहतर तालमेल बनाकर योजनाओं को जल्द पूरा करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी जिलों के तटबंधों के महत्त्वपूर्ण और संवेदनशील स्थानों पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण पर्याप्त मात्रा में रखने का आदेश दिया ताकि बाढ़ की स्थिति में निरोधात्मक कार्य सुचारू रूप से किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि तटबंधों के किनारे वृक्षारोपण किया जाए। इससे तटबंधों को मजूबती मिलेगी। साथ ही रिसाव भी नियंत्रित होगा। संभावित बाढ़ से बचाव की सारी तैयारियां पहले से ही रखें।
बाढ़ की स्थिति में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जो भी कार्य किए जाने हैं, एसओपी के अनुसार वे सारी तैयारियां की जाएं ताकि किसी को भी कोई कठिनाई न हो। बाढ़ की स्थिति में भी संचार व्यवस्था पूरी तरह बहाल रहनी चाहिए। बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा व अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह उपस्थित थे।
बाढ़ से बचाव के लिए सीएम के आदेश के मुख्य बिंदु
- कोशी, गंडक, कमला और अन्य नदी बेसिन व सीमावर्ती क्षेत्रों और पिछली बार जहां कटाव हुआ था, उन स्थानों पर सुरक्षा के लिए बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों पूरी तत्परता के साथ पूरा करें।
- ललबेकिया दायां मार्जिनल बांध और कमला वियर के बायें व दायें गाईड-मार्जिनल बांध पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण पर्याप्त मात्रा में रखें।
- कोसी बेसिन में 22 में से 15 स्कीम अभी तक पूरे हुए हैं। शेष काम को भी जल्द से जल्द करा लिया जाए।
- कमला वियर के बायें व दायें गाइड बांध के ब्रीच क्लोजर व सुरक्षात्मक अपूर्ण काम को संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द पूरा कराया जाए।
- वाल्मिकीनगर स्थित गंडक बराज का लगातार निरीक्षण किया जाए। अगर बराज के किसी गेट में कोई समस्या हो तो सुरक्षात्मक कार्य शीघ्र किए जाए।
- पूर्वी चम्पारण के बेलवा धार में एंटी फ्लड स्लुईस गेट निर्माण शीघ्र किया जाए। और वहां विशेष सतर्कता बरती जानी चाहिए।
तटबंध सुरक्षा के लिए बिहार में पहली बार स्टील सीट पायलिंग
सीएम ने कहा कि कमला बलान तटबंध की मजबूती के लिए तटबंधों में स्टील सीट पायलिंग की जा रही है। इस तरह का प्रयोग बिहार में पहली बार हो रहा है, इससे तटबंध को मजबूती मिलेगी। निरीक्षण कार्य में लगे सभी अधिकारी व इंजीनियर हर पल सतर्क रहें। अधिकारियों को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जाए।
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