सारण जिला में किन्नी, शोभा अहोदकर, अनुसुइया रणसिंह साहू के बाद चौथी लेडीज एसपी के तौर पर धूरत सायली की पोस्टिंग हुई है। बहरहाल, जिले में बढ़ रहे क्राइम ग्राफ व आसन्न विधान सभा चुनाव नयी पुलिस कप्तान साहिबा के लिए इम्तिहाने- जमीन होगा। आईपीएस ट्रेनिंग के दौरान 2013 में सायली नगर थाना में बतौर थानेदार रहकर ट्रेनिंग पूरा की थी। उस वक्त भी उनका रॉल पुलिस के लिए आदर्श था। इनके लिए अवैध शराब विक्रय, बालू माफियाओं का सिंडीकेट व चुनाव की निष्पक्षता प्रश्न पत्र होंगे। 1992 के बाद 2005 में शोभा अहोदकर, 2016 में अनुसुइया रणसिंह के बाद 2020 चौथी महिला पुलिस कप्तान है,धूरत सायली।

साधारण परिवार की है सायली

उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पद से सम्मानित हैं, कप्तान साहिबा 2010 की आईपीएस धूरल सायली की पारिवारिक पृष्ठभूमि खास नहीं आम रही है। महाराष्ट्र के एक अति साधारण परिवार की एक सदस्या ने कठिन परिश्रम के बाद इस पद तक की दूरी तय की है। छपरा में प्रशिक्षु आईपीएस और पटना सिटी एसपी रहीं धूरत सायली निर्भीक व इमानदार पुलिस ऑफिसर के रूप में जानी जाती है । पटना में अनियंत्रित भीड़ व हंगामा पर काबू करने से लेकर अररिया में एसपी के रूप में कई साहसिक कारनामों ने उन्हें सुर्खियों में रखा। बहरहाल, राष्ट्रपति पदक से सम्मानित सारण एसपी आसन्न चुनौतियों का सामना कैसे करेंगी? इसका उत्तर उनकी कार्य शैली ही दे सकती है।

ये होगी चुनौती: 2017 में शराब पर प्रतिबंध अबतक सिर्फ शब्दों तक सिमट कर रह गया है। अवैध देसी व विदेशी शराब की जप्ति, गिरफ्तारी रूटीन वर्क तो है। बावजूद, गंगा- गंडक के दियारा क्षेत्र अवैध शराब निर्माण कुटीर उद्योग बना है। जल मार्ग से यूपी, व नेपाल से शराब की खेपे आ रही हैं, धर पकड़ भी होती है, मगर शराब माफियाओं का सिंडीकेट कायम है।

बालू व्यवसाय का सिंडीकेट: बिहार विभाजन के साथ खनन अभिकरण बाट्शन प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक रसूखदारों की सिंडिकेट कायम है। जून में प्रतिबंधित होने के बावजूद खनन व विपणन जारी है। वर्ष 2017 में तत्कालीन एसपी अनुसुइया रणसिंह व जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद को पहलेजा -दीघापुल पर दो चार होना पड़ा था।एनएच से लेकर ग्रामीण सड़के अवैध बालू व्यवसाय में संलग्न ट्रकों व ट्रैक्टरों से बदहाल व बदसूरत हैं ।

आसन्न विधानसभा चुनाव

आसन्न विधान सभा चुनाव में संवेदनशील मतदान केंद्रों, अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों, दियारा क्षेत्र आदि में निष्पक्ष चुनाव कराना पुलिस के लिए चुनौती है। 2005 में संपन्न चुनाव में तत्कालीन एसपी शोभा अहोदकर सोनपुर विधान सभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं से दो चार हो चुकी हैं । यद्यपि अभी चुनाव की घोषणा शेष है । लिहाजा, छपरा के एक होटल में नैतिक मूल्यों का तार-तार होना, लचर विधि व्यवस्था, सारण की सीमा पर अलर्ट आदि में नयी कप्तान की सुझ- बूझ,निष्पक्षता, पारदर्शिता, बेहतर प्रशासनिक तालमेल से संभव है कि नयी पुलिस कप्तान साहिबा डीएन गौतम, कृष्णन के बाद मानक स्थापित करेंगी?



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