(शिशिर कुमार) बोचहां विधानसभा क्षेत्र अचानक से हॉट बन गया है। राजद ने एक बार फिर रमई राम को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन, बड़ा उलटफेर निवर्तमान विधायक एवं भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष बेबी कुमारी को लेकर हुआ है। पिछले चुनाव में 9 बार के विजेता रमई राम को हराकर सभी को चौंकाने वाली बेबी कुमारी बेटिकट हो गई हैं।

इस बार भाजपा से टिकट को लेकर वो आश्वस्त थीं। लेकिन, भाजपा ने यह सीट वीआईपी को दे दी। वीआईपी ने पूर्व विधायक मुसाफिर पासवान को उम्मीदवार बनाया है। इस चुनावी चर्चा के बीच चौक-चौराहे, गांव के नुक्कड़ों पर स्थानीय मुद्दों पर भी बहस तेज हो गई है। बोचहां के आथर घाट पर पुल बन गया है। लेकिन संपर्क पथ नहीं बनने से आवागमन एक साल बाद भी चालू नहीं हो सका है।

चुनावों में यह मुद्दा बनता रहा है। इसके चालू होने से दरभंगा से पटना की 40 किमी कम हो जाएगी। आथर के अजय कुमार का कहना है लंबी लड़ाई के बाद पुल तो मिला लेकिन पूरी तरह चालू नहीं होने से लाभ नहीं मिल पा रहा है। गरहां से हथौड़ी मार्ग में सनाठी पुल का भी यही हाल है। यहां भी संपर्क पथ नहीं बनने से लोगों को लोहे के जर्जर पुल से ही पार करना पड़ता है।

सर्फुद्दीनपुर के गुदरी बाजार के प्रसिद्ध कपड़ा मंडी में दूसरे जिलों के व्यापारी भी आते हैं। लेकिन, यहां बड़े क्षेत्र में जलजमाव रहता है। व्यापारी रंजीत चौधरी कहते हैं कि काफी प्रयास के बाद भी सही से विकास नहीं हुआ। किसान प्रमोद सहनी कहते हैं कि सब्जी मंडी के विकास की घोषणा के साथ लीची उत्पादकों के लाभ के लिए कुछ नहीं किया गया। फूड प्रोसेसिंग यूनिट खुलने से किसान को लाभ होता। रोजगार भी बढ़ते।

बेबी कुमारी बोलीं- पांच साल में विकास किया
5 साल तक क्षेत्र की जनता व उनकी समस्याओं से जुड़ी रही। उनके प्रयास से बोचहां विधानसभा क्षेत्र को तीन-तीन पावर सब स्टेशन मिले। मुशहरी में इनडोर स्टेडियम स्वीकृत है। एसकेएमसीएच में अलग से पीकू वार्ड बना। सड़कों का तो जाल बिछा है। जो रोड नहीं बने थे, उसका निर्माण कराया। कुछ अड़ंगा है पर आथर घाट पर पुल बना। आगे प्रयास रहेगा कि बोचहां फूड प्रोसेसिंग का हब बने।
सीट का इतिहास
बोचहां विधानसभा 1967 में अस्तित्व में आया। पहली बार 1967 में एसआर रजक एसएसपी से विधायक बने। 69 में भी जीते। इसके बाद 1972 में रमई राम एचएसडी से विधायक चुने गए। 77 में बदलाव हुआ और जेएनपी से कमल पासवान जीते। लेकिन फिर रमई राम आ गए। 80 में जेएनपी जेपी से, 85 में एलकेडी से, 90 व 95 में जनता दल से, 2000 व 2005 में राजद से व 2010 में जदयू से। अब तक रमई राम ने कुल 9 बार चुनावी बाजी जीती है। पिछले चुनाव में बतौर निर्दलीय चुनाव में उतरीं बेबी कुमारी ने उन्हें हराया। 2009 के उपचुनाव में राजद से मुसाफिर पासवान भी जीते थे।
2015 : किसे कितने पड़े वोट
निर्दलीय - बेबी कुमारी - 67720 - 40.67 %
जदयू - रमई राम - 43590 - 26.18 %
एसएचएस - लाल बाबू पासवान - 11877 - 7.13 %
कुल वोटर - 254247
कुल वोट पड़े - 166492
वोटिंग प्रतिशत - 65.48
2020
कुल मतदाता : 278892
पुरुष मतदाता : 146878
महिला मतदाता : 132010
ट्रांसजेंडर : 4
5 साल में वोटर बढ़े : 24645



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आथर पुल बन कर तैयार है, लेकिन संपर्क पथ नहीं बन पाने के कारण आवागमन बंद है।

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