बिहार चुनाव में राेजगार बड़ा मुद्दा बनता दिख रहा है। बेराेजगारी काे लेकर राजग और महागठबंधन के घटक दलाें के बीच आराेप-प्रत्याराेप का दाैर जारी है। दाेनाें गठबंधन के घटक दलाें के नेता चुनावी सभाओं में एक-दूसरे के शासनकाल की नाकामियाें का हवाला देते हुए बेराेजगारी का मुद्दा उठा रहे हैं। गुरुवार काे राजग की ओर से केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने माेर्चा खाेला ताे उधर तेजस्वी के साथ लालू-राबड़ी ने हमला बाेलकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पहले की सरकारों ने बच्चों के हाथों में हथियार थमा दिया था। अब उन हाथों में कलम किताब दी जा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास हुआ है। अस्पताल में पहले की सरकार में आवारा पशु घूमते थे। अब वहां 24 घंटे चिकित्सक काम रह रहे हैं। लोगों का सही इलाज हो रहा है। मुफ्त में दवा मिल रही है। पहले जिन्होंने सरकार चलाई उन्होंने किसी का भला नहीं किया सिर्फ अपनी भलाई में ही व्यस्त रहे।
विपक्ष के लोग कहते चल रहे हैं कि सरकार ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार नहीं दिया। हम पूछना चाहते हैं कि विकास मित्र, टोला सेवक, कृषि सलाहकार, कृषि वैज्ञानिक, जीविका दीदी को रोजगार किसने दिया। रोजगार देने की प्रक्रिया अनवरत चलनेवाली प्रक्रिया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी बिहार आगे निकल रहा है। स्कूल में छात्र-छात्राएं नहीं जाते थे। अब वे साइकिल से विद्यालय पहुंच रहे हैं।
नित्यानंद ने तेजस्वी पर पलटवार करते हुए उन्हें पहले राघोपुर से जीतने की चुनौती दी है। नालंदा के किसी सीट से चुनाव लड़ने की नीतीश को दी गई चुनौती को हास्यास्पद बताया। उधर, जमुई में श्रेयसी सिंह के समर्थन में आयोजित सभा में मोदी ने कहा कि बिहार में नए उद्योग लगाए जाएंगे, जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। काम के लिए दूसरे राज्य जाना नहीं पड़ेगा।
बेरोजगारी के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ लालू-राबड़ी भी हमलावर
बेरोजगारी के मुद्दे पर अब तेजस्वी यादव के समर्थन में राबड़ी देवी और लालू प्रसाद भी हमलावर हो गए हैं। सोशल मीडिया से सामान्यतया दूरी बनाए रखने वाली राबड़ी देवी भी इस वार में शामिल हो गई हैं। उन्होंने कहा है कि 15 साल बाद सीएम और डिप्टी सीएम को महसूस हुआ है कि बिहार में बेरोजगारी है। 15 साल से क्या कर रहे थे, मटर छील रहे थे ?
वहीं लालू प्रसाद ने पलटवार करते हुए देशी भाषा में कहा है कि भाजपा और जदयू के लोग इ बताऽव गोलघर, गांधी सेतु पुल, गया एयरपोर्ट और बाक़ी चीज़ के बताऽव तनी जाऽ। उ सब एनडीए राज के पंद्रह बरस के पहिले से बा। उधर तेजस्वी भी भोजपुरी में कूद पड़े हैं- कहा है ‘बिहार में का बा’, गरीबी, भुखमरी, बीमारी बा। लगातार कह रहे हैं कि सरकार बनने पर पहली मंत्रिमंडल बैठक में बिहार के 10 लाख युवाओं को नौकरी देने के राजद के वायदे पर राजग को भरोसा नहीं हो रहा। वे सियासत कर रहे हैं।
जो 10 लाख नौकरी देने का वादा कर रहे, वे 10 लाख लेकर एक नौकरी देंगे
जिसने कहा कि हमारी सरकार बनी तो दस लाख नौकरी देंगे तो आप समझ लीजिये कि दस लाख लेकर एक नौकरी देंगे। उनके शासनकाल मे बीपीएससी घोटाला, बीपीएससी अध्यक्ष को जेल तक जाना पड़ा। इसी से अंदाज लगा सकते हैं कि यह कौन सी नौकरी देंगे। उक्त बातें राज्यसभा सांसद सह जदयू नेता आरसीपी सिंह ने गुरुवार को एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलन में कहीं।
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