टीएमबीयू की पूर्व छात्रा रुद्राणी कुमारी के एकसाथ टीएमबीयू से पीएचडी, पटना विश्वविद्यालय से लाॅ और जीविका की नाैकरी करने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत सुमित कुमार नाम के व्यक्ति ने राजभवन से की थी जिस पर राजभवन ने टीएमबीयू काे मामले की पड़ताल करने काे कहा है। इसकाे लेकर वीसी कार्यालय ने डीएसडब्ल्यू काे मामला साैंपा है।
डीएसडब्ल्यू कार्यालय ने इसकी प्राेसीडिंग तैयार की है जिसमें कहा गया है कि सुमित कुमार ने अाराेप लगाया है कि रुद्राणी कुमारी ने सत्र 2009-15 में टीएमबीयू के हाेमसाइंस विभाग से डाॅ. फारूक अली के निर्देशन में पीएचडी किया था। इस बीच छात्रा ने सत्र 2012-15 में पटना विश्वविद्यालय से रेगुलर माेड में लाॅ भी कर लिया।
उधर 2013 से 2015 तक वह जीविका में एरिया काे-ऑर्डिनेटर भी रही। टीएमबीयू से पीएचडी करने के कारण दाैरान उसने हाॅस्टल का भी उपयाेग किया था। सुमित कुमार ने आराेप लगाया है कि ऐसा करके छात्रा ने नियमाें काे ताेड़ा है और सरकारी राशि का दुरुपयाेग किया है।
इधर सूत्राें ने बताया कि डीएसडब्ल्यू ने छात्रा से पूछा कि उसका माइग्रेशन सर्टिफिकेट दूसरी जगह कैसे जमा हुआ ताे छात्रा ने कहा कि उसके मित्राें ने उसका नामांकन पटना विश्वविद्यालय में करा दिया था। हालांकि पूरा मामला जांच के बाद ही सामने आएगा।
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