सकरा, गायघाट और बोचहां विधानसभा क्षेत्र की सीमा पर बसा है महमदपुर मोहन मलाह टोला। यह टाेला सकरा विधानसभा क्षेत्र के मुरौल प्रखंड अंतर्गत महमदपुर बदल पंचायत में आता है। यहां के लाेगाें काे प्रखंड मुख्यालय व जिला मुख्यालय जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है या पगडंडी के सहारे पंचायत में आते हैं।

इस टाेला की खास बात है कि आजादी के बाद आज तक कोई भी क्षेत्रीय अथवा राष्ट्रीय स्तर के उम्मीदवार यहां वोट मांगने के लिए नहीं आए। फिर भी इस टाेला के मतदाताओं का वाेट देने के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ। वोटरों ने बताया कि टाेला में एक ताे शिक्षा का अभाव है। वहीं प्रत्येक चुनाव की भांति इस बार भी यहां के लोग अपनी नेता को देखने के लिए लालायित थे, लेकिन हुआ वहीं जो होना था।

उम्मीदवार तो नहीं पहुंचे लेकिन कार्यकर्ता घर-घर जाकर अपनी पार्टी के पक्ष में देने की अपील किए। कार्यकर्ताओं के बीच वहां के लोगों अपनी मांग रखी कि हमें किसको वोट देना है, उस उम्मीदवार को तो हम लोग कभी देखा नहीं। बताया कि हमसे कोनो पार्टी के कुछ न जनछीयई।

परेशानियां झेलने के बाद भी सुबह 8 बजे से पहले ही वोटर मतदान केंद्र पर पहुंचने लगे
इस टाेला के 80 फीसदी वाेटराें ने शनिवार काे मतदान किया। इस टाेले की आबादी लगभग 700 हैं। यहां 300 वाेटर हैं। समाज की मुख्यधारा से कटे इस टाेले के वाेटराें काे वाेट देने में भी काफी परेशानियाें का सामना करना पड़ता है, लेकिन इनका उत्साह मतदान के दिन कम नहीं हाेता है।

यहां के वोटर 5 किलोमीटर पैदल चलकर नदी पार करते हुए महमदपुर मोहन बूथ नंबर 11,12 एवं 13 पर जाते हैं। यहां के लोगों ने बताया कि हमलोग किसी पार्टी के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। वोटर ननकी सहनी, मुनेश्वर सहनी, बिगु सहनी, लक्ष्मण राम, याेगी सहनी आदि ने बताया कि वोट गिराने के लिए सुबह 6 बजे चले तो 8 बजे बूथ पर पहुंचे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
औराई विधानसभा क्षेत्र की मधुबन प्रताप के चलंत बूथ-111 पर वोट देने के लिए चचरी पुल पार कर जाते मतदाता।

Post a Comment