

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- हमारी पार्टी और गठबंधन के लोग देख रहे हैं कि चुनाव में कहां, क्या हुआ? खासकर जहां हमलोगों का क्षेत्र है, वहां उम्मीदवार खड़ा कर कैसे वोट काटा गया? जान-बूझकर ऐसा करना गलत है। कुछ सीट पर भाजपा को भी नुकसान पहुंचाया गया। लेकिन, हमलोगों की सीट पर ज्यादा नुकसान पहुंचाया गया।
वह बुधवार को संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा- सभी वर्गों के विकास के लिए काम करते रहेंगे। क्राइम, करप्शन, कम्युनिलिज्म से समझौता नहीं करेंगे। एक-एक सीट के चुनाव नतीजों का विश्लेषण हो रहा है। लोजपा के चुनावी करनामे से जुड़े सवाल पर उनका कहना था- इसे भाजपा को देखना है, पता लगाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने समाज के हर तबके की सेवा की है। समर्पित भाव से काम किया है। हर तबके और हर इलाके का विकास किया है। मेरा कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं रहा है। सड़क, बिजली की उपलब्धता के साथ विकास के सभी कार्य किये गये हैं। समाज में प्रेम, शांति और भाईचारे का माहौल रहा है। सेवा करना हमारा धर्म है। हमारी सरकार आने के बाद राज्य में सांप्रदायिक दंगे को रोका गया।
वैसे तो ये दावा कोई नहीं कर सकता है कि हर आदमी ठीक ही है चाहे वो सरकारी सेवा में हो या किसी तरह का काम करता हो। हमलोगों ने सब कुछ किया लेकिन इसके बाद भी अगर कोई भ्रमित होता है तो ये लोगों का मौलिक अधिकार है। कुछ लोग भ्रम फैलाने में सफल रहे। जो हो नहीं सकता, उसका भी प्रचार किया गया।
काम करने के बावजूद वोट नहीं देने की जनता की भावना अध्ययन का विषय है। बिहार में क्राइम पर कंट्रोल हुआ है। विकास दर में बिहार आगे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में 21 लाख लोगों के खाते में एक-एक हजार रुपये भेजे गए। सब जानते हैं कि कोरोना काल में कितना ज्यादा काम हुआ है।
मौजूदा राजनीतिक हालात पर भाजपा ने की चर्चा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तथा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले। मसला, मौजूदा राजनीतिक हालात और नई सरकार की रूपरेखा का रहा। हालांकि, इस मुलाकात के बाद बाहर निकलने के बाद किसी भी नेता ने कुछ भी कहने से इनकार किया। उन्होंने इसे औपचारिक मुलाकात ही बताया।
तेजस्वी से जुड़े सवालों पर नहीं की कोई टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव के आरोपों से जुड़े सवालों पर कोई टिप्पणी नहीं की। सिवाय इसके कि लोकतंत्र में सबको बोलने का अधिकार है। कोई रोक थोड़े है। जिसकी जो मर्जी है, बोले। जनता मालिक है। उन्होंने एएमआईएमआई के नतीजों पर भी कुछ नहीं कहा।
हाथ जोड़कर कहा- मुझे ऐरोगेंट मत कहिए: सवाल-जवाब के दौरान नीतीश के लिए ऐरोगेंट शब्द आया। नीतीश ने हाथ जोड़कर मुस्कुराते हुए कहा- ऐरोगेंट …, नहीं-नहीं मुझे ऐरोगेंट मत कहिए। ऐसा नहीं है।
सीएम से मिले मांझी, कांग्रेस से की अपील-नीतीश को करें सहयोग
हम सेक्युलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सीएम जीतनराम मांझी गुरुवार को अपने दल के जीते हुए विधायकों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले। मांझी सहित उनकी पार्टी के चार प्रत्याशी इस बार चुनाव जीते हैं। मांझी ने नीतीश कुमार को बधाई दी। इसके पहले मांझी के सरकारी आवास पर विधायक दल की बैठक हुई।
इसमें टिकारी से हम के विधायक डाॅ. अनिल कुमार, बाराचट्टी की ज्योति देवी और सिकंदरा के प्रफुल्ल मांझी मौजूद थे। इस दाैरान मांझी ने महागठबंधन की हार के बहाने तेजस्वी पर निशाना साधा। कहा- तेजस्वी कोे मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करने का निर्णय राजद का था। इसमें सभी दलों की राय नहीं ली गई थी। जब मैं महागठबंधन में था तो न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने की बात कही थी, लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। मैंने कहा था कि सभी दलों के लोगों को बुला लीजिए, लेकिन, विनाश काले विपरीत बुद्धि।
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