गुरुवार की रात मेरी क्रिसमस से गिरजाघर गूंज उठे। सभी एक-दूसरे काे क्रिसमस की बधाई देने लगे। हालांकि, कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए चर्च से जुड़े लोग ही मिस्सा पूजा व प्रार्थना में शामिल हुए। सभी के चेहरे पर प्रभु यीशु के आगमन की खुशी साफ झलक रही थी। इसके बाद ईसाई समुदाय के लोगों ने पारंपरिक परिधान में कैंडल जलाकर यीशु के सामने प्रार्थना और कैरोल सिंगिंग की।
क्रिसमस को लेकर रंग-बिरंगी लाइटों से सजे चर्च अद्भुत छंटा बिखेरते नजर आए। चर्च प्रशासन की ओर से शुक्रवार को आम लोगों से चर्च में भीड़-भाड़ नहीं लगाने की अपील की गई है। लेनिन चाैक स्थित संत फ्रांसिस असीसी महागिरजाघर में यीशु के जन्म के बाद कैरोल गायन, मिस्सा एवं प्रार्थना हुई। इसके बाद लोगों ने चरणी में यीशु व माता मरियम की झांकी का दर्शन किया।
गाेशाला राेड स्थित जैक्सन मेमाेरियल मेथाेडिस्ट चर्च में यीशु के जन्म पर फादर जगदीश मसीह ने कहा कि दु:खाें का अंत करने के लिए यीशु का हमारे बीच आगमन हुआ है। सभी को आपसी प्रेम व भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है। माैके पर बेबी मसीह, संजू मसीह व अर्पित मसीह आदि थे।
उधर, चक्कर राेड स्थित द चर्च ऑफ नाॅर्थ इंडिया में फादर वीरेंद्र कुमार सिंह ने प्रवचन में कहा कि यीशु के धरती पर मनुष्य के रूप में आगमन का उद्देश्य पापियाें का उद्धार कर उन्हें क्षमा दान देना व धरती पर शांति की स्थापना करना था। मौके पर रंजीत सेन, तनिमा सेन, डॉ. चंद्रा किशोर, अमित कुमार थे।
डीएवी में मना क्रिसमस सेलिब्रेशन, कटा केक
डीएवी मालीघाट में गुरुवार को क्रिसमस का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्राचार्या डॉ. भारती नायक के नेतृत्व में शिक्षकों और विद्यालय परिवार ने यीशु के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यीशु दया, करूणा, परोपकार और मानवता के पुजारी थे। इस अवसर पर केक काटे गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति ऑनलाइन तरीके से की गई। जिसमें अंशिका आर्या, कार्तिकेय, शैलवी, सारा, अकबर ने सराहनीय प्रदर्शन किया।
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