जमीन विवाद के निपटारे के लिए मुख्यालय पटना से आदेश जारी हुआ था कि जिले के सभी थानेदार स्थानीय अंचलाधिकारी के साथ विवादित पक्षाें के साथ बैठक करेंगे। एक अंचल में कई थाने हाेने के स्थिति में सीओ अलग-अलग दिन निर्धारित करेंगे, लेकिन बीते कई माह से थाने पर जमीन विवाद के निपटारे के लिए अंचलाधिकारियाें के साथ बैठक नहीं हाे रही। इसका असर सामने आने लगा है।
हाल के दिनाें में जमीन विवाद काे लेकर मारपीट में आधा दर्जन से अधिक हत्याएं हाे चुकी हैं। मारपीट के अधिकतर मामले में जमीन काे लेकर हाे रहे हैं। थानेदाराें का कहना है, काेराेना के कारण बैठकें नहीं हाे रही थीं। अब मामला सामने आने के बाद अंचलाधिकारी काे सूचना दी जा रही है। सीओ के समय देने के बाद ही विवादित पक्षाें काे थाने पर हाजिर हाेने के लिए नाेटिस दिया जाता है।
चार केस, जिनसे समझें किस तरह बढ़ रहे हैं लगातार विवाद, फिर भी कड़ी कार्रवाई नहीं
केस-1 पुराने विवाद में हत्या का लगाया आरोपपुराने विवाद में हत्या का लगाया आरोप
4 सितंबर काे पारू बहलोलपुर गांव में रात में जमीन विवाद को लेकर किसान असर्फी राय की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव खेत में मिला। मामले में परिजनाें ने पुराने जमीन विवाद काे लेकर हत्या करने के आराेप में थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
केस-2 नयागांव बैसी टोला में 2 की हत्या, कई जख्मी
14 नवंबर काे औराई थाने के नयागांव बैसी टोला में जमीन विवाद में धारदार हथियार से हमला कर वीरेंद्र गांधी और राजकुमार साह हत्या कर दी गई थी। मामले में कई लाेग गंभीर रूप से जख्मी भी हाे गए थे। परिजनाें ने गांव के ही लाेगाें पर हत्या का आराेप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी।
केस-3 जीजा-साले में विवाद और अब हत्या भी
5 अक्टूबर काे मिठनपुरा में निलंबित मजिस्ट्रेट आशुताेष कुमार और उनके जीजा के बीच जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद की पंचायती में खिलाफ में बाेलने वाले नरेंद्रनाथ की हत्या आशुताेष और उसकी पत्नी ने हत्या कर दी थी।
केस-4 कब्जे को लेकर दो पक्षों में मारपीट
26 अक्टूबर काे जीराेमाइल में जमीन पर कब्जे के लिए दाे पक्षाें में जमकर मारपीट हुई थी। इसमें रामलक्षण प्रसाद व उनकी पत्नी गंभीर रूप से जख्मी हाे गई थी। दूसरे पक्ष के 10 लाेगाें के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
काेराेना काे लेकर थाने पर बैठक नहीं हाे पा रही थी। इसे फिर से शुरू किया जाएगा, ताकि जमीन संबंधी विवाद का निपटारा समय पर हाे सके और मामला मारपीट तक नहीं पहुंचे। - जयंत कांत, एसएसपी
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