प्रभात तारा स्कूल की प्राचार्या सिस्टर मैरी रावत को हटाए जाने के खिलाफ मंगलवार को छात्र-अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। स्कूल के अंदर जाने के लिए गेट तोड़ने का प्रयास किया। पत्थर भी फेंके। काजी मोहम्मदपुर समेत 3 थानों की पुलिस वहां पहुंची। पर, जब लोग हटने को तैयार नहीं हुए तो दोपहर बाद पहुंचे एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार ने कुछ अभिभावकों की मौजूदगी में सिस्टर मैरी रावत की प्रबंधन से वार्ता कराकर मामले को शांत कराया।

इस दौरान शाम करीब 5 घंटे तक अभिभावक जमे रहे। सिस्टर मैरी रावत ने स्कूल के वाॅट्सएप ग्रुप पर मैसेज भेज अभिभावकों को बुलाया था। पहले उन्हें लगा कि स्कूल खुलने को लेकर दिशा-निर्देश दिया जाएगा। इसलिए बड़ी संख्या में अभिभावक पहुंचने लगे। जब उन्हें मालूम हुआ कि सिस्टर मैरी को कैद कर लिया गया है तो इनमें से कई अभिभावक स्कूल के अंदर जाने के लिए दबाव बनाने लगे। हंगामा कर रहे लाेगों में अधिकतर छात्राएं, महिलाएं थीं। समर्थन में कई पूर्ववर्ती छात्र भी थे।

उनका कहना था कि मैरी को बिना सूचना के हटाया गया और टॉर्चर किया जा रहा है। समर्थकों ने पुलिस अधीक्षक और डीजीपी को भी मैसेज किया। बाद में पुलिस मैरी को स्कूल से निकालकर बाहर लाई। वह जब बाहर आईं तो अभिभावकों को बताया, किस तरह उनके साथ गलत व्यवहार हुआ।

उधर, स्कूल प्रबंधन ने कहा, मैरी रावत के खिलाफ मैसेज भेज अभिभावकों को बुलाने एवं उन्हें उकसाकर हंगामा करने की शिकायत थाने में की जाएगी। इधर, कई अभिभावकाें ने कहा, बच्चा यहां पढ़ता है, इसलिए आए हैं। घटना से स्कूल की साख खराब हुई है।

नियम के विरुद्ध निकाला, कमरे में बंद कर कागजात जब्त किए : मैरी रावत

सिस्टर मैरी ने कहा, सीबीएसई स्कूल है। इसके कुछ रूल हैं, लेकिन पहले साजिश के तहत ट्रांसफर किया गया, फिर बिना जानकारी उन्हें निकाला गया। मंगलवार को उन्हें कमरे में बंद कर दिया। मारने की धमकी दी गई। इसकी सूचना उन्होंने प्रशासन और अभिभावकों को दी और समर्थन मांगा। एक दिन पहले ड्रॉल तोड़कर उनके कागजात जब्त किए गए। सीधे प्रबंधक उन्हें नहीं निकाल सकते। कमेटी का निर्णय होता फिर कार्रवाई होती।

छह बार किया गया स्थानांतरण, लेकिन नहीं हटीं तो नई नियुक्ति की गई : अध्यक्ष

प्रभात तारा स्कूल की होलीक्रॉस सोसाइटी की अध्यक्ष सिस्टर पुष्पिता ने कहा, 6 बार मैरी का ट्रांसफर किया गया, लेकिन वे नहीं हटीं तो प्रबंधन ने नई नियुक्ति की। नई प्राचार्या सिस्टर एनी ने योगदान भी दिया। अभिभावकों को भी इसकी सूचना दी गई। फिर भी रावत कमरा नहीं खोल रही थीं और पूर्व की तरह वह अभिभावकों को सूचना देतीं रहीं। ऐसे में कमरे का ताला तोड़ नई प्राचार्या को प्रभार दिया गया। उनके साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं हुआ है।

नई प्राचार्या ही काम करेंगी, स्कूल के काम में बाधा डालने वालाें पर कार्रवाई होगी

वार्ता में मामले को सुलझा लिया गया है। नई प्राचार्या ही कार्य करेंगी। बाधा डालने वाले पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, सिस्टर मैरी रावत का कहना था कि बिना कारण बताए उन्हें हटा दिया गया। इस पर उन्हें कहा गया कि प्रबंधन ने आपको रखा तो तबादला भी कर सकता है। यदि यह सही नहीं लग रहा तो आप अपील कर सकती हैं, लेकिन उकसाने की कार्रवाई सही नहीं है।
कुंदन कुमार, एसडीओ पूर्वी



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प्रभात तारा स्कूल के बाहर हंगामा करते बच्चों के अभिभावक व प्राचार्या समर्थक।

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