जिले के सभी 9वीं से 12वीं तक के स्कूल सोमवार से खुल जाएंगे। कोरोना प्रोटोकॉल व सरकार के गाइड लाइन के अनुसार ही स्कूल का संचालन होगा। एक दिन में सिर्फ 50 फीसद बच्चों की उपस्थिति होगी। हालांकि, शिक्षकों की उपस्थिति शत-प्रतिशत होगी।

पठन-पाठन से लेकर परिवहन तक में सभी नियमों का पालन करना होगा। सरकार के निर्देशों का अनुपालन सख्ती से कराया जाएगा। सभी स्कूल पर विभाग के अधिकारियों की कड़ी निगरानी होगी। स्कूल प्रबंधन से लेकर प्राचार्य व शिक्षक की क्या भूमिका होगी जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा इसके लिए आदेश जारी किया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार द्वारा जारी आदेश की प्रति सभी सरकारी स्कूल, निजी स्कूल और कोचिंग संचालकों को भेज दी गई है। डीईओ ने बताया कि 31 दिसंबर को बैठक कर सभी स्कूल-कोचिंग संचालकों को सरकार से जारी निर्देशों से अवगत करा दिया गया था। स्कूल खोलने के पूर्व क्लास रूम से लेकर प्रयोगशाला तक को सैनिटाइज कराने का आदेश दिया गया था।

स्कूल आने वाले छात्रों काे थर्मल स्कैनिंग से गुजरना होगा। सभी छात्रों को दो-दो मास्क दिया जाना है, छात्र उसी मास्क को पहनकर स्कूल तक पहुंचेंगे। विद्यालय में प्रार्थना सत्र नहीं होगा। प्रार्थना कराए जाने की स्थिति में फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन अनिवार्य होगा। फिजिकल डिस्टेसिंग के साथ ही बैठाया जाएगा। संख्या सीटिंग से ज्यादा होगी वहां दो पालियों में भी कक्षा संचालन होगा।

13 मार्च के बाद से ही बंद हैं सभी शिक्षण संस्थान
गौरतलब है कि गत साल के मार्च महीने में कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलाव होने के कारण देश व्यापी लॉक डाउन घोषित हो गया था। इस कारण सभी प्रकार के स्कूल, कोचिंग व अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया था। तब से लगातार स्कूल बंद रहे। बीच के समय में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल को कुछ शर्ताें के साथ ट्यूटोरियल क्लास चलाने की अनुमति दी गई थी। इस आदेश पर निजी स्कूल संचालकों ने क्लास प्रारंभ कर दिया था।

लेकिन सरकारी स्कूलों में पढ़ाई शुरू नहीं हुई थी। अब सरकार के स्तर से 4 जनवरी से 50 फीसद छात्रों की उपस्थिति के साथ क्लास चलाने की अनुमति दी गई है, तो सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में इसपर अमल शुरू हो गया है। इस प्रकार करीब 9 माह बाद स्कूल खुलेंगे तो वहां रौनक भी बढ़ेगी।

स्कूल-काेचिंग में कोरोना प्रोटाकॉल के पालन को लेकर होगी सतत निगरानी
स्कूल-काेचिंग में कक्षा संचालन के लिए जारी गाइड लाइन का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि सरकारी व निजी स्कूलों के साथ ही कोचिंग संचालन की अनुमति दी गई है, लेकिन इसके लिए कुछ नियम-कायदे बनाए गए हैं। उसका अनुपालन सभी को करना होगा। निगरानी का जिम्मा सभी प्रखंडों के बीईओ, बीआरपी और सीआरसीसी को दिया गया है। जिन संस्थानों में कोरोना प्रोटोकॉल और सरकार के निर्देशों का अनुपालन नहीं कराया जाएगा उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कोराेना सुरक्षा को लेकर पुख्ता तैयारियों का किया दावा
जिले में 9वीं से 12 तक के 246 सरकारी स्कूल हैं। इसके अलावा 80 से अधिक सीबीएसई से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय है। शिक्षा विभाग के पास गली मोहल्ले में खुले कोचिंग संस्थानों का कोई आंकड़ा उपलब्ध ही नहीं है। सभी स्कूलों के प्राचार्य व प्रबंधन से जुड़े सदस्य विगत एक सप्ताह से तैयारियों में जुटे हुए थे। कोरोना सुरक्षा को लेकर रविवार तक लगभग सभी शिक्षण संस्थानों में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। प्रशासन द्वारा भी कोरोना प्रोटोकॉल के साथ ही सरकार व विभाग के स्तर से प्राप्त निर्देशों का अनुपालन कराने की कवायद की जा रही है।



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Students will arrive in schools from 296 days onwards, will return

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