पटना नगर निगम क्षेत्र में 31 जनवरी की आधी रात और दानापुर, खगाैल व फुलवारीशरीफ नगर परिषद क्षेत्र में 31 मार्च से डीजल से चलने वाले ऑटाे के परिचालन पर राेक लग जाएगी। इससे पहले चालकाें काे अपना ऑटाे डीजल से सीएनजी में कन्वर्ट करा लेना है। जब शहर में सीएनजी से सवारी गाड़ियां चलने लगेंगी तो वायु प्रदूषण में ताे कमी आएगी ही, सफर भी सस्ता हो जाएगा।
राजधानी के विभिन्न मार्गाें पर ऑटाे का किराया 2 से 3 रुपए तक कम हाेगा। वजह, पेट्राेल और डीजल की तुलना में सीएनजी काफी सस्ती है। सीएनजी की कीमत पेट्राेल से 24.35 रुपए और डीजल से 17.14 रुपए प्रति किलाे कम है। जानकारों की मानें तो एक लीटर पेट्रोल-डीजल से ऑटो 10 किमी चलता है तो सीएनजी से 15 किमी चलेगा।
ऑटो चालक संयुक्त संघर्ष मोर्चा के महासचिव नवीन मिश्रा ने बताया कि फरवरी 2020 से अबतक करीब 150 पेट्रोल ऑटो काे सीएनजी में कन्वर्ट किया गया है। शहर में अभी करीब 5 हजार सीएनजी ऑटो चल रहे हैं। पुराने डीजल ऑटो को सीएनजी में कन्वर्ट करने के लिए अभी सुविधा ही नहीं है। शहर में डीजल से चलने वाले करीब 13 हजार ऑटाे हैं। करीब 10 हजार पेट्रोल से चलने वाले ऑटो हैं। 15 साल पुराने ऑटो करीब दो हजार हैं।
संघ ने कहा-रोक लगी तो आंदोलन सरकार नहीं उठा रही ठाेस कदम
ऑटो चालक संयुक्त संघर्ष मोर्चा के महासचिव नवीन मिश्रा ने कहा कि शहर में करीब 25 हजार ऑटो सीएनजी से चलने लगेंगे तो तीन किमी से अधिक दूरी तय करने वाले यात्रियों को फायदा मिल सकता है। प्रति व्यक्ति किराया दो-तीन रुपए कम हो सकता है। ऑटो चालक चाहते हैं कि सीएनजी में कन्वर्ट कराएं क्योंकि पेट्रोल और डीजल से कम खर्च होता है। लेकिन सरकार की तरफ से सीएनजी किट लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। अगर 31 जनवरी की रात से डीजल ऑटाे के परिचालन पर राेक लगाई गई ताे संघ आंदाेलन करेगा। इसके लिए रविवार काे बैठक बुलाई गई है।
प्राइवेट बसाें में मुफ्त लगे किट
पटना बस ऑनर्स एसोसिएशन के सचिव देवेंद्र यादव ने कहा कि डीजल बस का किराया जिस दूरी का 20 रुपए है, वहां का सीएनजी बस से 18 रुपए ही लगेगा। सरकार सभी प्राइवेट बसाें में नि:शुल्क सीएनजी किट लगवाए। अभी नगर सिटी बसें सीएनजी से चल रही हैं। सबसे पहले सरकारी सीएनजी बसाें की टिकट दर कम होगी, इसके बाद प्राइवेट बस में करेंगे।
एक्सपर्ट की राय
वायु प्रदूषण में कमी के लिए यहां भी सीएनजी बस परिचालन हाेना चाहिए। सीएनजी बस की कीमत डीजल बसों से ज्यादा है, लेकिन यह 30 प्रतिशत ज्यादा बचत करेगी। डीजल बस एक लीटर डीजल में 5.5 किमी चलती है, वहीं सीएनजी बस एक किलो में 7.5 किमी से 8 किमी तक चलेगी। डीजल बस के मुकाबले सीएनजी बस कार्बन मोनो-ऑक्साइड का उत्सर्जन 30-35 प्रतिशत कम करती है। डीजल की तुलना में सीएनजी बसें हीट बहुत कम होती हैं। सीएनजी से चलाने पर मालिकों को भी फायदा है। -रवि सिन्हा, आद्री
एक डीजल ऑटो करीब 7-8 सीएनजी के बराबर प्रदूषण फैलाता है। सीएनजी से वाहनों को चलाया जाए तो कम से कम 13 प्रतिशत तक एयर पॉल्यूशन में कमी लाई जा सकती है। पटना में प्रदूषण पर नियंत्रण करना है, तो सीएनजी ऑटो जरूरी है। 1 किलो सीएनजी से गाड़ी 15 किमी चलती है, जबकि डीजल या पेट्रोल से 10 किमी। इससे पैसे भी बचेंगे। -डॉ. मनीष कंठ, एएन काॅलेज
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Post a Comment