खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में धान अधिप्राप्ति की सफलता को लेकर दी सहकारिता विभाग परिसर में शुक्रवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्षों व व्यापार मंडल सदस्यों ने भाग लिया। जिला सहकारिता पदाधिकारी अरूण कुमार की अध्यक्षता में हुई कार्यशाला में धान अधिप्राप्ति की तैयारियों तथा धान खरीद में सोसाईटी के सामने आने वाली परेशानियों के निदान पर चर्चा की गई। डीसीओ ने कहा कि जिले के किसानों को धान बेचने के लिए हर तरह की सुविधा भी दी जा रही है।
पिछले दो सालों में धान खरीद के तंत्र को भी मजबूत किया गया है। इस बार भी पंजीकृत किसानों से ही धान की खरीदारी होगी। जिन किसानों का अभी तक ऑनलाइन पंजीकरण नहीं हुआ है, वे अतिशीघ्र पंजीयन करा लें। सभी सोसायटी अध्यक्ष धान अधिप्राप्ति को तेजी से पूरा करने में लग जाएं। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल व पैक्स टैग मिलों से अग्रिम सीएमआर प्राप्त करने के बाद ही समतुल्य धान की आपूर्ति मिलों को करेंगे। उन्होंने कहा कि पैक्स अध्यक्षों को समय पर किसानाें का भुगतान करें।
जिला सहकारिता कार्यालय परिसर में कार्यशाला में मौजूद पैक्स अध्यक्ष।
मौसम में नमी की वजह से भी धान अधिप्राप्ति हो रही है प्रभावित
पैक्स अध्यक्षों ने बताया कि मौसम में नमी से धान सूख नहीं पा रहा इससे धान में नमी 22 से 23 प्रतिशत तक बढ़ गयी है, जबकि नियमानुसार 17 प्रतिशत नमी तक के धान खरीदना है। ऐसे में किसानों से धान खरीदने में परेशानी हाे रही है। डीसीओ अरूण कुमार ने बताया कि अबतक कुल 44 पैक्सों को धान खरीदने के लिए अधिकृत किया गया है, जबकि 60 समिति का प्रस्ताव मिला। इसबार प्रति पैक्स 7 लाख 32 हजार रूपये धान अधिप्राप्ति के लिए आए हंै, जबकि विभाग से 10 लाख रूपये देने का प्रस्ताव है, जिससे धान खरीद में पैसे की दिक्कत ना हो। सभी पैक्स का ऑडिट कराया जाएगा। 31 मार्च 2018 तक का ऑडिट होने के बाद ही धान अधिप्राप्ति की मंजूरी दी जाएगी। जिसके लिए कई पैक्सों के ऑडिट हो चुके है, जबकि कई पैक्सों का ऑडिट जल्द करा लिया जाएगा। अबतक मात्र 9 किसानों ने धान बेचा है, जिसमें 6 किसानों को करीब 6 लाख 77 हजार की राशि दे दी गयी है।
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पिछले दो सालों में धान खरीद के तंत्र को भी मजबूत किया गया है। इस बार भी पंजीकृत किसानों से ही धान की खरीदारी होगी। जिन किसानों का अभी तक ऑनलाइन पंजीकरण नहीं हुआ है, वे अतिशीघ्र पंजीयन करा लें। सभी सोसायटी अध्यक्ष धान अधिप्राप्ति को तेजी से पूरा करने में लग जाएं। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल व पैक्स टैग मिलों से अग्रिम सीएमआर प्राप्त करने के बाद ही समतुल्य धान की आपूर्ति मिलों को करेंगे। उन्होंने कहा कि पैक्स अध्यक्षों को समय पर किसानाें का भुगतान करें।
जिला सहकारिता कार्यालय परिसर में कार्यशाला में मौजूद पैक्स अध्यक्ष।
मौसम में नमी की वजह से भी धान अधिप्राप्ति हो रही है प्रभावित
पैक्स अध्यक्षों ने बताया कि मौसम में नमी से धान सूख नहीं पा रहा इससे धान में नमी 22 से 23 प्रतिशत तक बढ़ गयी है, जबकि नियमानुसार 17 प्रतिशत नमी तक के धान खरीदना है। ऐसे में किसानों से धान खरीदने में परेशानी हाे रही है। डीसीओ अरूण कुमार ने बताया कि अबतक कुल 44 पैक्सों को धान खरीदने के लिए अधिकृत किया गया है, जबकि 60 समिति का प्रस्ताव मिला। इसबार प्रति पैक्स 7 लाख 32 हजार रूपये धान अधिप्राप्ति के लिए आए हंै, जबकि विभाग से 10 लाख रूपये देने का प्रस्ताव है, जिससे धान खरीद में पैसे की दिक्कत ना हो। सभी पैक्स का ऑडिट कराया जाएगा। 31 मार्च 2018 तक का ऑडिट होने के बाद ही धान अधिप्राप्ति की मंजूरी दी जाएगी। जिसके लिए कई पैक्सों के ऑडिट हो चुके है, जबकि कई पैक्सों का ऑडिट जल्द करा लिया जाएगा। अबतक मात्र 9 किसानों ने धान बेचा है, जिसमें 6 किसानों को करीब 6 लाख 77 हजार की राशि दे दी गयी है।
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