ठंड में कुछ बीमारियां बढ़ जाती हैं और परेशान करने लगती हैं। एलर्जी, दमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, गले में इन्फेक्शन, नाक से पानी गिरना, छींक अाना आम बात है। इसके लिए ठंड से बचाव करना जरूरी है। दमा के मरीजाें को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है, नहीं तो अस्थमा का अटैक आने लगता है। इस माैसम में कुछ लोगों को किसी खास चीज के खाने से एलर्जी होती है। एेसे लोगों को इन चीजाें का सेवन नहीं करना चाहिए। यह कहना है वरीय चेस्ट और टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक शंकर सिंह का। वे शनिवार को दैनिक भास्कर की हेल्थ काउंसिलिंग में पाठकों को सलाह दे रहे थे।

उन्होंने बताया कि कुछ बीमारियां प्रदूषण की वजह से भी बढ़ जाती हैं। खासकर दमा के मरीजाें को धूल, धुअां और ठंड से बचना चाहिए। घर की हवा को प्यूरीफाई करने के लिए हेपा फिल्टर मशीन लगाई जा सकती है। सांस की परेशानी हो ताे स्पाइरोमेट्री जांच करा लेनी चाहिए। ब्रोंकाइटिस में सांस की नली में इन्फेक्शन हो जाता है। इसका इलाज नहीं होने पर मरीज निमोनिया की चपेट में अा जाता है। घर में डस्ट के चलते परेशानी हो तो झाड़ू लगाने की बजाय पोछा लगवाएं। छोटी-छोटी सावधानी बरतने पर इन सब परेशानी से राहत मिल सकती है। यदि सीने में कफ जमा हो तो तुरंत चिकित्सक से मिलकर इलाज कराना चाहिए। बच्चे और बुजुर्ग तुरंत कोल्ड एक्सपोजर की चपेट में आ जाते हैं। यदि कमरे में हैं तो तुरंत बाहर नहीं निकलना चाहिए। बाहर निकलते समय शरीर पूरा ढंका होना चाहिए। छोटे बच्चे काे रात में साेते समय बीच में रखना चाहिए, ताकि रजाई या कंबल से शरीर ढंका रहे।



सवाल-सीने में पानी जमा हो गया था। उसे निकाल दिया गया। लेकिन वहां अब दर्द होता है।-पप्पू कुमार, पटना

जवाब-ब्रीदिंग एक्सरसाइज करना होगा। चिकित्सक से मिलकर सलाह लें।

सवाल-सांस लेने पर सीने में दर्द होता है।-पूजा देवी, अकबरपुर

जवाब-स्पाइरोमेट्री जांच कराने की जरूरत है।

सवाल-सांस फूलती है और नाक भी जाम हो जाती है।-रणविजय सिंह, कुरथौल

जवाब-स्पाइरोमेट्री, खून, चेस्ट का एक्स-रे कराने की जरूरत है।

सवाल-प|ी को बार-बार खांसी की शिकायत होती है। इसका कुछ स्थायी उपाय है?-जितेंद्र पाठक, नदौल

जवाब-धूल, धुआं और ठंड से बचाव करें। स्पाइरोमेट्री और एलर्जी (आईजीई) की जांच कराएं।

सवाल-सीढ़ी चढ़ने पर सांस फूलती है।-विनोद कुमार रजक, मोकामा

जवाब-प्रदूषण से भी ब्रोंकाइटिस की शिकायत हो सकती है। स्पाइरोमेट्री जांच करा लें। अधिक दिक्कत होने पर चिकित्सक की सलाह पर इनहेलर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

डॉ. अशोक शंकर सिंह वरीय चेस्ट और टीबी रोग विशेषज्ञ

इन्होंने भी किया फोन

बी दास (पटना), कृष्णा पांडेय (पटना), सौरभ यादव (सीडीए काॅलाेनी), ममता पांडेय (पटना), ऋषभ कुमार (पटना), नीरज सिंह (आरा), एनके यादव (फतुहा), विश्वनाथ शर्मा (दुल्हिन बाजार), रमेश तिवारी (खगौल), अमित कुमार (वैशाली), विनोद मिश्रा (सीवान), कैलाश पांडेय (बेगूसराय), भगवान चरण महतो (भोजपुर), सुंदरी देवी (अनीसाबाद), अनामिका (बोरिंग रोड), नीतू सिंह (दीघा), ब्रजेश प्रसाद (पालीगंज)।



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Patna News - asthma patients should be cautious in cold do not eat anything that is allergic

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