प्रखण्ड मुख्यालय स्थित राम मनोहर लोहिया रेफरल अस्पताल में शुक्रवार को विकलांगता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में दिव्यांगों की काफी भीड़ रही। 142 दिवयांगों ने जांच कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। लेकिन कई विभागों के डॉक्टरों के नहीं रहने की वजह से महज 82 दिव्यांगों की ही जांच हो सकी। शिविर में हड्डी व कान से संबंधित डॉक्टर मौजूद थे। लेकिन मस्तिष्क व आंख के डॉक्टर नहीं थे। इसके चलते मस्तिष्क व आंख से संबंधित दिव्यांगों को सदर अस्पताल भभुआ रेफर कर दिया गया। विकलांगता शिविर को लेकर विभाग द्वारा इस बात का प्रचार प्रसार भी नहीं किया गया था कि अमुक रोग से ग्रसित मरीजों की ही शुक्रवार को आयोजित होने वाले शिविर में जांच की जाएगी। दिव्यांगों की जांच डाक्टर रफीक तथा डाक्टर अनिल कुमार ने की। इस बीच युवा राजद नेता अजित कुमार उर्फ नन्हे ने विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि विकलांगता शिविर में एक दो विभागों को छोड़ कर अन्य विभागों के डॉक्टर कभी नहीं आते हैं। जिससे दिव्यांगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि एक दिन पूर्व दुर्गावती में आयोजित शिविर में भी यही हाल रहा।
पीएचसी में आज दिव्यांगों को निर्गत होंगे प्रमाण पत्र
नुआंव |प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को दिन के 11 बजे से शिविर का आयोजन कर दिव्यांगों की जांच कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा। जिसमें अभी तक प्रमाण पत्र या उपकरण से वंचित रह गए हैं वे इसका लाभ उठा सकते हैं।
रामगढ़ में शिविर में दिव्यांगता जांच करते चिकित्सक।
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