भोजपुर जिले में 1022 छोटे-बड़े बकायेदार के पास जीएसटी का बकाया रहने के कारण वाणिज्य-कर विभाग ने सभी का निबंधन रद्द कर दिया गया है। सभी को पहले ही कई बार नोटिस दिया गया था। इसके बाद भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं देने के साथ बकाये की राशि भी जमा नहीं की। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वाणिज्य-कर विभाग ने सभी का निबंधन रद्द कर दिया। विभाग अब इन सभी पर लगातार जांच पड़ताल करेगी कि ये दुबारा बकाये वाले व्यक्ति या फर्म के नाम पर ही कारोबार तो नहीं कर रहें है। निबंधन रद्द होने वालों में ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश छोटे व्यवसायी बताये जाते हैं। दूसरी तरफ, वाणिज्य- कर विभाग निबंधन रद्द करने के बाद भी बकाये के रुपए नहीं देने पर सभी बकायेदारों का संपत्ति और बैंक एकाउंट भी फ्रीज करने की कार्रवाई शुरु करेगा। दूसरी तरफ, विभाग ने जिले में 150 बड़े-बड़े ईंट व्यवसायी समेत ठेकेदारों को नोटिस भेज अविलंब जीएसटी जमा करने को नोटिस भेजा है। 15 दिनों के अंदर जीएसटी जमा नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। इस नोटिस में 80 ईट व्यवसायी और 70 बड़े कारोबारी शामिल हैं। भोजपुर जिले में कुल निबंधित व्यवसायियों की संख्या 8500 है। इसमें 1336 विभिन्न निजी और फार्मों पर विभाग का 13 करोड़ 87 लाख रुपये का बकाया है। इन सभी से विभाग बकाये राशि की लगातार मांग कर रहा है।



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