चर्चित और सनसनीखेज नीतीश कुमार उर्फ रवीश ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा लेने का दावा किया है। सदर एस डीपीओ राजन सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया कि एक आरोपी शांतनु को गिरफ्तार किया है। प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि 100 रुपए के विवाद में गलतफहमी के कारण नीतीश कुमार उर्फ रवीश को गोलियों से बदमाशों ने छलनी कर दिया। उन्होंने बताया कि गुरूवार के दिन करीब 3 बजे शांतनु ने लोहियानगर दक्षिणी किनारे पर चाय और बिस्किट खाया था। यही पर चाय के पैसे के लेन देन में दुकानदार कुंदन और शांतनु के बीच झंझट हो गया। कुंदन ने शांतनु की जम कर पिटाई कर दी। इसके बाद शांतनु ने अपने भाई शुभम् को लड़ाई झगड़े की सुचना दी जिसके बाद शुभम ने अपने भाई शांतनु को कहा कि रुको मैं आ रहा हुं। इसी बीच शांतनु अपने दोस्त बिट्टू के पास पहुंचा और सारी बात बताई। बिट्टू ने नीतीश और उसके एक दोस्त के साथ चाय दुकानदार कुंदन के पास पहुंच कर दोनों पक्षों में सुलह करा दिया। राजन सिन्हा ने बताया कि इसके बाद नीतीश और शांतनु लोहियानगर गुमटी की ओर बढ़े। चंद कदम चलने के बाद किसी बात पर दोनों आपस में ऊंची आवाज में बात करने लगे तथा दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। तभी बाइक से शुभम् और रतनपुर निवास गोलू और उसका दोस्त मौके पर पहुंचे। तीनों बदमाशों को लड़ाई झगड़ा देख कर ऐसा लगा कि नीतीश ही चाय दुकानदार है। इसके बाद बिना समय गंवाए एक आरोपी ने नीतीश के सिर और गर्दन में गोली मार दी। इसके बाद सभी आरोपी फरार हो गए। सदर एसडीपीओ राजन सिंहा ने बताया कि नीतीश की मां ने अज्ञात बदमाशों पर एफआईआर दर्ज कराई थी। इस केस को सुलझाने के लिए सदर एसडीपीओ राजन सिंह के नेतृ्त्व में मुफ्फसिल थानाध्यक्ष राजवेंदु प्रसाद, नगर थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार झा और लोहियानगर ओपी प्रभारी रामप्रताप पासवान की एक पुलिस टीम बनाई गई थी।



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