नगर निगम क्षेत्र मेंं कचरे का प्रबंधन करने के लिए मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर बनाने की योजना है। इसके लिए विभाग से स्वीकृति मिल चुकी है। नगर निगम ने एमआरएफ सेंटर बनाने के लिए जगह भी चयन कर लिया है। आरा नगर निगम के वार्ड नंबर- 17 और 37 में इसका निर्माण कराया जाएगा। सेंटर में कचरा को अलग करने की मशीन होंगी। ऑफिस, वाशरुम व स्टाफ रहने के लिए रुम का निर्माण कराया जाएगा। दोनों वार्ड में योजना पर 4-4 लाख रुपया व्यय होगा। इस योजना से शहर में फैले कचरा को वाहन के माध्यम से इकट्ठा कर एमआरएफ सेंटर परडंप किया जाएगा। पहले चरण में सूखा कचरा और प्लास्टिक प्रबंधन का काम होगा। नगर आयुक्त धीरेन्द्र पासवान ने बताया कि शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कचरा में 40 प्रतिशत सूखा कचरा होता है। इस प्लांट में प्रतिदिन करीब 80 टन सूखा कचरा का प्रबंधन किया जाएगा।
क्या है एमआरएफ सेंटर
आरा नगर निगम के दो वार्ड में मेटेरियल रिकवरी फैसलिटी(एमआरएफ) सेंटर में कई प्रकार के मशीन होंगे। जिसके माध्यम से सूखा कचरा को अलग-अलग श्रेणियों में बांटकर उपयोगी और गैर उपयोगी सामानों को अलग-अलग किया जाएगा। अलग-अलग मशीनों से यह काम होगा। प्लांट को चलाने के लिए करीब 118.5 हार्स-पावर का मोटर होगा। इससे शहर में कचरा प्रबंधन को नई दिशा मिलेगी।
आरा से निकलता है 120 टन कचरा
निगम से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल शहर से करीब 120 टन कचरा रोज निकलता है। इसमें 60 प्रतिशत यानी 80 टन बायोलॉजिकल अपशिष्ट होता है। 40 प्रतिशत सूखा यानी करीब 40 टन कचरा होता है। वर्तमान समय में सूखा कचरा को जहां-तहां फेंक दिया जाता है। जिससे वातावरण भी दूषित होता है। इस सेंटर के खुलने के बाद इस तरह की समस्या से शहरवासियों को निजात मिलेगी। शहर में कचरा प्रबंधन होने से शहर की सफाई ससमय हो सकेगी। इससे शहर को एक नई पहचान मिलेगी।
आरा शहर में कचरा प्रबंधन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा फैसला
शहर में कचरा प्रबंधन करने के लिए यह योजना काफी अच्छा साबित होगा। तथा इससे शहर भी स्वच्छ रहेगा। एमआरएफ सेंटर खोलने के लिए जगह उपलब्ध करा लिया गया है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरु किया जाएगा। धीरेन्द्र पासवान, नगर आयुक्त, आरा।
निगम का दावा- 45 वार्डों में बांटी बाल्टी; लोग बोले-दावा गलत
नगर निगम का दावा है कि सूखा कचरा व गीला कचरा इक्कठा करने के लिए 45 वार्ड में बाल्टी का वितरण किया गया है। नीला बाल्टी में सूखा कचरा अौर हरा बाल्टी में गीला कचरा जमा किया जाएगा। नगर निगम की वाहन डोर-टू-डोर जाकर कचरा का उठाव करेंगा। इसके लिए लोगों से नगर निगम 12 रुपये टैक्स वसूली की जाएगा। नगर आयुक्त ने कहा कि लोगों को कचरा जमा करने के लिए बाल्टी दिया गया है, उसी में कचरा जमा करें। दूसरी ओर, कई इलाके में लोग बॉल्टी नहीं बंटने का आरोप लगाते रहते हैं। लोगो नेें कहा कि डोर-टू-डोर कचरा का उठाव भी नहीं होता है।
सूखे अपशिष्ट को किया जाएगा अलग
नगर अायुक्त ने बताया कि सूखा कचरा प्रबंधन के लिए कन्वेयर वेल्ट के माध्यम से एसेम्बली लाइन बनाकर अपशिष्ट को अलग किया जाएगा। सूखे कचरे में कई तरह के सामान होते हैं। इन समानों को अलग-अलग कर आवश्यकतानुसार प्रबंधन किया जाएगा। जो वस्तु उपयोग के लायक नहीं रहेगा उसे कबाड़ी को बेच दिया जाएगा। वही गीला कचरा से जैविक खाद का निर्माण कराया जाएगा। इस मशीन में कई चैम्बर होगा। जिसमें अलग-अलग समानों को सफाई कर्मियों द्वारा अलग-अलग चैम्बर में डाल जाएगा।
लगायी जाएगी थ्रेडिंग मशीन
नगर आयुक्त ने बताया कि शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए छापेमारी की जाएगी। पिछले बार भी शहर में छापेमारी के दौरान काफी मात्रा में पॉलीबैग जब्त किया गया है। जब्त पॉली बैग को नष्ट करने के लिए प्लास्टिक थ्रेडिंग मशीन लगाने की तैयारी चल रही है। इस मशीन के माध्यम से पॉलीबैग को नष्ट कर छोटा-छोटा टुकड़ा कर दिया जाएगा और उसे प्लास्टिक के सामान बनाने वाले कंपनी को दे दिया जाएगा। इससे प्रबंधन के साथ-साथ निगम को आमदनी भी होगी। इसका जनकल्याण कार्यों में इस्तेमाल होगा।
आरा नगर निगम के बाहर खड़े स्वच्छता वाहन।
नगर विकास विभाग से मिली स्वीकृति, नगर निगम ने जगह का कर लिया है चयन
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Post a Comment