नगर पंचायत के वार्ड 6 निवासी एनटीपीसी के ठेकाकर्मी रितेश कुमार की 16 अप्रैल को बीमारी से मौत बाद कोरोना के संदेह पर अनुमंडल प्रशासन ने उसके संपर्क में आए 17 लोगों की जांच के लिए सैंपल आरएमआरआई पटना भेजा था। इनमें मृतक युवक की मां, पत्नी, बेटा, भाई व बहन, एक ग्रामीण डाक्टर और कम्पाउंडर व दो अन्य की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
इससे प्रशासन सहित शहर के लोगों ने भी राहत की सांस ली है। अभी एनटीपीसी के एनटीपीसी के दो डॉक्टर, तीन नर्स, 1 सफाईकर्मी, 1 हेलफर सहित 8 लोगों की जांच रिपोर्ट आनी शेष है। बचे लोगों की जांच रिपोर्ट सोमवार को आने की संभावना है। फिलहाल मृतक रितेश के परिजनों को अभी होम क्वारेंटाइन में ही रहना होगा। वहीं दूसरी ओर नगर पंचायत क्षेत्र में रविवार को भी फॉगिंग और सैनिटाइजेशन कराया गया।
एसडीओ ने बताया कि फिलहाल एहतियात के ताैर पर अभी वार्ड 6 और मृतक की गली सील रहेगा। एसडीओ ने लोगों से सुरक्षित अपने घरों में रहने की अपील की है। गौर हो कि मृतक रीतेश कुमार (35 वर्ष) के लीवर में खराबी थी। उसका इलाज एनटीपीसी अस्पताल में चल रहा था। 16 अप्रैल की देर रात अचानक तबियत बिगड़ने पर पर परिजन उसे एनटीपीसी के अस्पताल में ले गए जहां से उसे मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया था। लेकिन रास्ते में सबौर में उसने दम तोड़ दिया। फिर भी परिजन उसे मायागंज अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
एहतियात के तौर पर अभी वार्ड और गली रहेंगे सील
एहतियात के तौर पर अभी वार्ड 6 और मृतक रितेश की गली को सील रखा जाएगा। पूरे वार्ड को सैनिटाइज्ड कर फागिंग कराने का काम चल रहा है। रविवार को 3100 लोगों की थर्मल की स्क्रीनिंग कराई गई, फिलहाल किसी में कोरोना का कोई लक्षण पाया गया है। सभी को लाॅकडाउन का पालन करते सोशल डिस्टेंसिंग के तहत रहने के लिए कहा गया है। - सुजय कुमार सिंह, एसडीओ, कहलगांव
नगर पंचायत के सभी 17 वार्डों के 3100 लोगों की हुई स्क्रीनिंग
नगर पंचायत क्षेत्र के सभी17 वार्डों में स्क्रीनिंग का काम भी रविवार को स्वास्थ्य टीम ने पूरा कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग की 8 टीमों ने घर-घर जाकर करीब 3100 लोगों की स्क्रीनिंग की। हालांकि किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. लखनलाल मुर्मू ने बताया कि नप क्षेत्र के सभी वार्ड में स्क्रीनिंग का काम पूरा कर लिया गया है। राहत की बात है कि किसी में संक्रमण के लक्षण नहीं मिले। उन्होंने बताया कि फिर भी विभाग की टीम सतर्क है। उपाधीक्षक ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सर्दी-खांसी और बुखार की शिकायत पर आप तुरंत डॉक्टरों को सूचना दें। टीम उन्हें तुरंत अस्पताल में इलाज कराएगी।
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