कोरोना वायरल के संक्रमण के लेकर हुए लॉकडाउन से रोज कमाकर अपनी आजीविका चलाने वाले मजदूरों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। एक तरफ सरकार व प्रशासन घोषणा कर रही है कि लॉकडाउन होने से किसी व्यक्ति को भूख से मरने नहीं दिया जाएगा तो दूसरी तरफ बांसफोर समाज के लोग भुखमरी के कगार पर पहुच चुके हैं। ये समाज के लोग मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। जब से लॉकडाउन हुआ है तब से इनका काम-धाम ठप है। जनप्रतिनिधि व प्रशासन समय रहते इन लोगों के घर राशन उपलब्ध नहीं कराते हैं तो इन्हें भूखे पेट सोने पर मजबूर होना होगा।

प्रखंड क्षेत्र के लौवा रामपुर, सारिपट्टी व मननपट्टी गांव में बांसफोर समाज के लोगों के सामने भोजन का संकट है। जब इन लोगों के घर के सामने से कोई व्यक्ति गाड़ी से जाते वक्त अपनी गाड़ी स्लो करता है तो इन लोगों में आस जगती है कि कोई राशन लेकर आया है। लेकिन, ऐसा नहीं होने पर ये लोग निराश हो जाते हैं। ये लोग लगन के मौसम में शादी विवाह में डाला, सूप व दउरा बनाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। लॉकडाउन होने से इनका व्यवसाय भी बंद हो गया है।

इन लोगों ने बातचीत के क्रम में जितेंद्र बांसफोर, लालू बांसफोर, संजय बासफोर, राजेश बांसफोर, चिंता देवी, सुखन बांसफोर, अनिल बांसफोर, उर्मिला देवी, मनु देवी आदि ने बताया कि दो सप्ताह पहले कुछ डीलर द्वारा राशन दिया गया था लेकिन इतना से एक महीना का काम नहीं चलता है। अब घर में राशन खत्म हो गया है। राशन नहीं मिलेगा तो हमलोगों के सामने गम्भीर संकट उत्पन्न हो जाएगा। इस संबंध जब बीडीओ ने बताया कि जनवितरण प्रणाली द्वारा राशन का वितरण कराया जा रहा है। सभी लोगों को जल्द ही राशन उपलब्ध हो जाएगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
As soon as the car stops, we think that someone must have brought some food

Post a Comment