तेज आंधी और बारिश से शहर समेत पूरे जिले में भारी नुकसान हुआ है। शहर में कई सड़कों पर आंधी के दौरान पेड़ टूटकर गिरने से विद्युत लाइनें ध्वस्त हो गईं। शहर समेत अनेक गांवों की बिजली आपूर्ति आंधी आने के बाद से ठप है। गांवों में तो अनेक स्थानों पर आंधी के वेग में घरों पर पड़े छप्पर व टिन शेड उड़ गए। काेराेना के बीच सोमवार को कुदरत ने देर रात भयावह रूप दिखाया। फारबिसगंज शहरी तथा आसपास के क्षेत्रों में आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई है। शहरी क्षेत्र के मेन रोड जैन धर्मशाला समीप विशाल पेड़ के गिरने से मुख्य मार्ग अवरुद्ध हाेने के साथ शहरी क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था 18 घंटे तक बाधित रही। पेड़ गिरने से कई दुकानें पूरी तरह तबाह हाे गई। आंधी की रफ्तार ऐसी थी कि किसी का उसके सामने टिक पाना मुश्किल था।
काेराेना के कहर के बाद आंधी ने ताेड़ी किसानाें की कमर
तेज आंधी के कारण किसानों को एक बार फिर धक्का लगा है। आंधी के कारण सैकड़ों किसानों के खेतों में लगे मकई के पौधे टूटकर जमीन पर गिर गए। किसानों ने तैयार मकई के फसल सड़कों एवं अन्य उंचे स्थानों पर सुखाने के लिए रखे थे, उसमें पानी लगने से दाने खराब हाे गए। किसानों से बताया कि एक तो कोरोना को लेकर लोग किसान परेशान है। दूसरी ओरी आसमानी आफत ने भी उनलोगों को कोई कसर नही छोड़ा है।
एक दर्जन पंचायतों में तूफान ने मचाई तबाही
नरपतगंज के एक दर्जन पंचायतों में तुफान ने मचाई तबाही, कच्चे घर व टीन के मकानों के साथ पेड़ टूटकर जमीन पर गिर गए। वहीं तेज आंधी और बारिश ने फसलों के साथ-साथ कई घर, दुकानें गैरेज व फैक्ट्री तबाह कर दिया। दर्जनों कच्चे घर ढ़ह गए ताे वहीं कई शहरी क्षेत्र के कई गोदामों के छप्पर उड़ गए। ग्रामीण क्षेत्रों में आंधी और बारिश के कारण कई जगहों पर बिजली के तार एवं पोल टूटकर गिर गए। कई जगह हरे पेड़ जड़ से उखड़ कर धराशायी हाे गए, इससे यातायात भी घंटों बाधित रहा। समरूप मोटर गैरेज के अमितेश कुमार ने बताया कि उनके गैरेज में लगे 52 टिन आंधी में उड़ गए, जबकि फर्नीचर समेत अन्य सामान पूरी तरह नष्ट हाे गए।

सदर रोड में आंधी से धराशायी विशाल पेड़।

महज तीन मिनट के तूफान ने मचाई भयानक तबाही
नरपतगंज |
नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के एक दर्जन पंचायतों में तेज तूफान ने कच्चे घरों तथा टीन के मकानों सहित हजारों की संख्या में पेड़ों टूटकर गिर गए। तेज आंधी में जगह जगह बिजली के खंभे भी गिर गए, जिससे बिजली आपूर्ति क्षेत्र में ठप है। जिन पंचायतों में तूफान से सबसे अधिक क्षति हुई उनमें मधुरा दक्षिण, नाथपुर, बरहारा, रामघाट कोशकापुर, खैरा, बढेपारा, पलासी, फरही, तामगंज, पिठौरा, फत्तेपुर, गोखलापुर आदि पंचायत शामिल है। मधुरा दक्षिण पंचायत के मुखिया अभय कुमार सिंह की माने तो महज तीन मिनट के अंदर तूफान ने व्यापक तबाही मचाई खास कर, पेड़- पौधे, मक्के, आम, लीची व जूट की फसलों को व्यापक क्षति पहुंचाई है।

क्षति का मूल्यांकन के बाद मिलेगा मुअावजा
हल्का कर्मचारी को पंचायत वार हुई क्षति के मूल्यांकन का आदेश दिया गया है। आलाधिकारी से दिशा निर्देश प्राप्त होते ही राहत का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा।
निशांत कुमार, अंचल अधिकारी, नरपतगंज



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फारबिसगंज में तूफान की चपेट में आने से घर में घुसा पिकअप वैन।

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