कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में शनिवार को डीएम अभिषेक सिंह ने आगामी मानसून के पहले गया जिला अंतर्गत नगर निगम क्षेत्र और नगर पंचायत क्षेत्रों में किए गए नाला उड़ाही व जल जमाव की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जलजमाव और नाले से संबंधित शिकायतों के लिए एक जुलाई से मानसून सत्र तक कंट्रोल रूम को 24 घंटे चालू रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि सभी फोन कॉल का फॉलोअप और सभी कॉल का रजिस्टर मेंटेन भी अनिवार्य होगा। इसके लिए उन्होंने कंट्रोल रूम में एक-एक पदाधिकारी चयनित करने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त सावन कुमार ने कहा कि जिले में 308 छोटे नाले हैं। जिनमें से 284 नाले की सफाई पूरी हो चुकी है। शेष नालों की उड़ाही 10 दिनों के अंदर करवा दी जाएगी। एक सप्ताह के अंदर मनसरवा नाला, इकबाल नगर, धोबिया घाट, कुजापी नाला और नादरागंज नाले की सफाई हो जाएगी।
10 जून से जिलास्तरीय टीम करेगी नालों की जांच
डीएम ने कहा कि गत वर्ष रेलवे हॉस्पिटल के समीप जलजमाव की शिकायत मिल रही थी। इसलिए संबंधित नालों की उड़ाही करवा दी जाए। उन्होंने 10 जून से जिला स्तरीय पदाधिकारी की टीम गठित कर नगर निगम और नगर पंचायतों के नालों की जांच कराने का आदेश दिया। जलजमाव के विषय पर पूछने पर बताया गया कि नगर निगम के पास 20 एचपी, 10 एचपी, 5 एचपी के पंपसेट उपलब्ध हैं। नगर पंचायत बोधगया द्वारा बताया गया कि यहां के 19 वार्डों में कुल मिलाकर 130 छोटे नाले हैं। सभी नालों की सफाई लगभग पूर्ण हो चुकी है और दस दिनों के अंदर जेसीबी मशीन से पईन की उड़ाही करा ली जाएगी।
बताया कि बोधगया में जलजमाव की कोई समस्या नहीं है। शेरघाटी व टिकारी नगर पंचायतों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। डीएम ने नगर निगम और नगर पंचायतों को निर्देश दिया कि इस मॉनसून सीजन में गया जिला के किसी भी जगह जलजमाव की कोई समस्या नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने हृदय योजना और अमरुत योजना के तहत लंबित कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिया। डीएम ने कार्यपालक अभियंता सीपीडब्ल्यूडी को गोदावरी सरोवर में रुके हुए कार्य को चालू कराने का निर्देश दिया।
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