परैया थाना के करहटटा में तिलक चढ़ाने आए दुल्हन के चचेरे भाई को दूल्हे के जीजा ने दबंगई तरीके से गोली मारकर हत्या कर दी।हत्या के बाद लोगों में रोष व्याप्त है। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर में शव परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ परैया-गया सड़क को जाम कर दिया। करीब तीन घंटे तक सड़क जाम रहा। प्रखंड प्रमुख जितेंद्र नारायण यादव, मुखिया रामजी यादव, पंसस सुनील सिंह की उपस्थिति में बीडीओ अरुण कुमार निराला ने पारिवारिक लाभ योजना से बीस हजार का चेक दिया। वहीं मुखिया रामजी यादव ने कबीर अंत्येष्टि की राशि दी। आश्वासन के बाद सड़क जाम हटा।

छह वर्ष पहले कैंसर से हुई थी पिता की मौत, फिर टूटा परिवार
युवक कुंदन की हत्या से पूरे परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। पीड़ित परिजनों ने बताया कि कुंदन के पिता अजय यादव की मौत छह वर्ष पूर्व कैंसर से हो गई थी, जिसके बाद से कुंदन ने घर को संभाला था। तीन बहनों के अलावे एक छोटा भाई राजनंदन कुमार है, जो महज दस साल का है, जबकि वृद्ध मां रेणु देवी घर में ही रहती है।

शादी पर लगा ग्रहण, सरबदीपुर के लोगों में आक्रोश
अजित यादव की बड़ी बेटी प्रियंका कुमारी की शादी करहट्टा निवासी रामशीष यादव के बेटे रमेश यादव से तय थी। जिसकी सारी तैयारी पूरी थी। जिसको लेकर पूर्व निर्धारित 8 तारीख की रात तिलक चढ़ाया जा रहा था। इसी क्रम में रमेश को कपड़ा बदलकर आने को कहा गया। जब रमेश कपड़ा बदलने गया। उसी बीच पूरा घटनाक्रम हुआ।

नाश्ते के दौरान 3, तिलक के दौरान 2 और फिर आखिर में चलाई मौत की गोली
शुरू में सब कुछ सामान्य था, किन्तु इसके बीच दूल्हे के बहनोई संतोष कुमार की इंट्री हुई। नाश्ते पर तिलक करने आए लोग बैठे थे, उस वक्त उसने हवाई फायरिंग करनी शुरू कर दी। तीन राउंड फायरिंग उसके द्वारा किया गया। इसके बीच भी समारोह जारी रखा गया था। छत पर तिलक चढ़ाने को लोग पहुंचे तो संतोष भी वहां पहुंचा और रेलिंग की ओर पहुंचकर उसने दो राउंड फायरिंग की। इसके बाद उसने बगल में खड़े कुंदन कुमार को नजदीक बुलाया और पेट से ऊपरसीने के समीप अपने देशी कट्टे से सटाकर उसे गोली मार दी।

गोली लगते ही मंगल गीतों की जगह मच गई अफरातफरी
फायरिंग की घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। बाजे-गाजे और मंगल गीतों के बीच चीख पुकार मच गया था। सनक में रहे संतोष ने आखिरकार अपनी नापाक मंशा को अंजाम दे ही दिया था। गोली लगते ही कुंदन गिर पड़ा था। । चाचा मंटू व अन्य परिजन तुरंत उसे लेकर इलाज कराने गया को रवाना हो गए। किन्तु रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

रची थी पहले से साजिश, जबरन तिलक चढ़ाने को लाया गया था
इस घटना की साजिश पहले से रची गई थी। कुंदन इस समारोह में संतोष के आने की बात जानता था। इसे लेकर ही वह अनहोनी की आशंका के चलते अपनी चचेरी बहन के तिलक में नहीं आना चाह रहा था। किन्तु कुछ लोगों ने उसे विश्वास दिलाया कि उसे कुछ नहीं होगा, इसके बाद वह करहटटा समारोह में आया था। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना की सूचना मिली।

जिम्मेदार लोगों पर पुलिस 120 बी के तहत दर्ज करेगी एफआईआर
वर-वधू दोनों पक्ष जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि सिलसिलेवार कट्टे से फायरिंग की जाती रही और इसका किसी ने विरोध नहीं किया। पुलिस से काफी कुछ छुपाया गया और मृतक की मां के बयान पर गलत एफआईआर दर्ज करवा दी गई।



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परैया गया सड़क को जाम करते आक्रोशित लोग।

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