ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के डेहरी शाखा ने केन्द्र सरकार के श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ सोमवार से जागरुकता अभियान शुरू किया। अभियान की शुरुआत करते हुए डेहरी शाखा सचिव एस पी सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की वर्तमान नीतियां देशभर के श्रमिकों के खिलाफ हैं। यह सरकार मालिकों के हक में श्रम कानूनों में बदलाव कर श्रमिकों पर जुल्म करना चाहती है। श्रम कानूनों में हुए बदलाव को यूनियन कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।

इस बदलाव को केन्द्र सरकार को वापस लेना ही होगा। वहीं रेल पथ निरीक्षक के कार्यालय से शुरू हुए इस जागरूकता अभियान को सं‍बोधित करते हुए ईसीआरकेयू के पूर्व केन्द्रीय सचिव रमेश चन्द्रा ने केन्द्र के साथ संघर्ष का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार के श्रमिक विरोधी नीतियों और व्यवहार से क्षुब्ध होकर यूनियन को संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ा है। रेलकर्मियों ने लॉकडाउन के दौरान जिस बहादुरी के साथ गुड्स ट्रेनों की परिचालन में अपनी उत्कृष्ट सेवाएं दी, जिसके लिए सरकार को प्रोत्साहित करनी चाहिए थी, लेकिन श्रमिकों के घोर विरोधी सोच होने के कारण केंद्र सरकार द्वारा हमारी मंहगाई भत्ता ही बंद कर दिया गया। इसलिए आज से 6 जून तक सरकार के खिलाफ जागरूकता अभियान चलेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Post a Comment