

(राजू कुमार) पुनपुन नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके कारण पटना शहर के आसपास के इलाकों सहित पुनपुन नदी बांध के पास स्थित गांवों में रहने वाले लोगों को डर सताने लगा है। मंगलवार को पुनपुन नदी का जलस्तर डेंजर जोन से मात्र 1.55 मीटर नीचे है। मंगलवार को श्रीपालपुर के पास नदी का जलस्तर सुबह 6 बजे 49.05 मीटर मापा गया। पुनपुन नदी खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गई है। वहीं 10 जुलाई को नदी का जलस्तर 45.73 मीटर मापी गई है।
मानक कहता है कि नदी का जलस्तर 50.60 मीटर हो जाता है तो डेंजर जोन में आ जाता है। इससे एक मीटर भी अधिक जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। प्रशासन पहले से ही मुश्तैद है। बांध की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। 31 अक्टूबर तक आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्ट में कर्मचारियाें की ड्यूटी लगाई गई है।
बांध की सुरक्षा के लिए रखी गई बालू भरी दो बोरियां: पुनपुन नदी के बांध की सुरक्षा के लिए बालू से भरी दो लाख से अधिक बारियां रखी गई हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने पर अगर बांध से पानी का रिसाव हाेता है या बांध टूट टूट जाता है तो बालू से भरी बोरियाें से हालात पर काबू पाने का प्रयास किया जाएगा। पानी को नदी से बाहर जाने से रोका जाएगा।
2019 में खतरे के निशान से ऊपर गया पानी: अक्टूबर, 2019 में पुनपुन नदी का राैद्र रूप देखा गया था। तब नदी का जलस्तर 53.61 मीटर था। खतरे के निशान से करीब 3 मीटर ऊपर था। पटना-गया रेलखंड के पुनपुन घाट हाॅल्ट पर स्थित ब्रिज के ऊपरी छोर तक पानी पहुंच गया था। तब दानापुर रेल डिवीजन ने सावधानी बरतते हुए पुल से रेल परिचालन पर रोक लगा दी थी।
1975 में जलस्तर सबसे अधिक 53.91 मीटर पर था
जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक अबतक सबसे डेंजर जोन में पुनपुन नदी 1975 में थी। उस समय पुनपुन नदी का जलस्तर 53.91 मीटर था। यह अबतक अधिकतम जलस्तर है। उस वक्त कई जगहों पर बांध में रिसाव हुअा था। कुछ जगहाें पर बांध क्षतिग्रस्त भी हाे गया था। फुलवारीशरीफ, सिपारा, पटना सिटी सहित अन्य इलाकों में पुनपुन नदी का पानी घुस गया था। तब लाेगाें काे काफी परेशानी हुई थी।
51 मीटर से ऊपर जाने पर बाइपास इलाके में हो सकता है जलजमाव
जल संसाधान विभाग के अधिकारी की मानें तो पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाएगा तो बाइपास इलाके में जलजमाव की स्थिति बन सकती है। पुनपुन नदी का जलस्तर डेंजर जोन यानी 51 मीटर से ऊपर हो जाने पर दोनों नालाें के गेट बंद कर दिए जाते हैं।
खतरे के निशान से 1.30 मीटर नीचे गंगा
पटना के गांधीघाट पर 1.30 मीटर खतरे के निशान से गंगा नीचे बह रही है। मंगलवार को गांधीघाट पर गंगा का जलस्तर 47.30 मीटर मापा गया है। यहां खतरे का निशान 48.60 मीटर है। वहीं, दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2.24 मीटर नीचे और हथिदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 1.49 मीटर नीचे बह रहा है। दीघा घाट पर 48.21 मीटर, हथिदह में 40.27 मीटर मापा गया है।
जबकि दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 मीटर और हथिदह में खतरे का निशान 41.76 मीटर है। इधर, मंगलवार को कोईलवर में सोन नदी का जलस्तर 50.22 मीटर मापा गया है। यहां खतरे का निशान 55.52 मीटर है। मनेर में सोन नदी का जलस्तर 49.61 मीटर मापा गया है। यहां खतरे का निशान 52.00 मीटर है। पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में 49.05 मीटर मापा गया है। यहां खतरे का निशान 50.60 मीटर है।
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