प्रत्येक 10 में से 9 कर्मचारी चाहते हैं कि वे कोरोना महामारी के बाद भी दफ्तर की बजाय घर से ही काम जारी रखें। दरअसल, बुधवार को जारी सिस्को सिस्टम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों के घर से काम करने को बेहतर बताया और लंबे समय तक घर से ही काम करना जारी रखने चाहते हैं। महामारी ने तेजी से वर्क फ्राॅम होम (WFH) के प्रति कंपनी और एम्पलॉयज दोनों के नजरिए को बदला है। रिपोर्ट में बताया गया है कि दो तिहाई कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम की सराहना की है और इसे कंटीन्यू रखना चाहते हैं।
सर्वेक्षण में कर्मचारियों ने क्या कहा ?
सिस्को का यह सर्वेक्षण यूरोप, मिडिल ईस्ट और रूस स्थित कंपनियों के करीब 10,000 लोगों का सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण में शामिल केवल 5% ने लॉकडाउन से पहले घर से काम किया था। सर्वेक्षण में शामिल हर दस में से नौ ने घर से काम करने को बेहतर और लाभदायक बताया।
नई पॉलिसी सबको पसंद
कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के चलते मजबूरी में सही दुनियाभर की कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी को अपनाया। लगभग सभी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का मौका दिया। इतना ही नहीं वर्क फ्रॉम होम के दौरान कर्मचारियों के काम की प्रोडक्टिविटी बेहतर हुई है। यही वजह है कि गूगल, फेसबुक समेत कई दिग्गज कंपनियों ने अपने कर्मचारियों हमेशा के लिए वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रही है।
50:50 विकल्प पर विचार कर रही ये कंपनी
विज्ञापन क्षेत्र की एक अन्य कंपनी वंडरमैन थॉमसन ऐसे ही एक सॉल्यूशन पर काम कर रही है, जिसके तहत 50 फीसदी कर्मचारी घर से काम करें और 50 फीसदी ऑफिस आएं।
वंडरमैन थॉमसन की दक्षिण एशिया चेयरमैन और ग्रुप CEO तरुण राय ने बताया कि वर्क फ्रॉम होम का अनुभव अच्छा रहा है। उन्होंने कहा, 'मेरा जोर हमेशा आउटपुट पर रहता है। इस बात पर नहीं कि लोगों ने कितने घंटे ऑफिस में समय बिताया है। इसलिए मुझे इस बात से हैरानी नहीं हुई कि लोगों ने घर से अच्छा और जिम्मेदारी के साथ काम किया। वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपने कर्मचारियों को 50:50 विकल्प देगी।
कर्मचारियों के लिए WFH आसान बनाने के लिए पहल
चूंकि कोरोनावायरस के कारण यही न्यू नॉर्मल बन गया है, तो अब कई कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम आसान बनाने के लिए कुछ कदम उठा रही हैं। कुछ महीने पहले गूगल ने अपने कर्मचारियों को सैलरी के अलग से हजार डॉलर देने की घोषणा की थी, ताकि कर्मचारी अपनी जरूरत के इक्विपमेंट और ऑफिस फर्नीचर खरीद सकें।
अब इस दिशा में कुछ भारतीय कंपनियां भी कदम उठाने जा रही हैं, ताकि कंपनी की प्रोडक्टिविटी का ऊपर ले जाया जा सके और स्टाफ को मोटिवेट कर सकें। एडटेक स्टार्टअप ग्रेट लर्निंग ने सितंबर तक वर्क फ्रॉम होम की घोषणा की हुई है। कंपनी ने जून में 1,000 रुपए का मासिक कोविड-19 भत्ता देने की शुरुआत की, जिसमें वाई-फाई, इंटरनेट और यूपीएस इंस्टॉलेशन, आधिकारिक फोन खर्च और वर्कस्टेशन सेटअप शामिल हैं।
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प्रत्येक 10 में से 9 कर्मचारी चाहते हैं कि वे कोरोना महामारी के बाद भी दफ्तर की बजाय घर से ही काम जारी रखें। दरअसल, बुधवार को जारी सिस्को सिस्टम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों के घर से काम करने को बेहतर बताया और लंबे समय तक घर से ही काम करना जारी रखने चाहते हैं। महामारी ने तेजी से वर्क फ्राॅम होम (WFH) के प्रति कंपनी और एम्पलॉयज दोनों के नजरिए को बदला है। रिपोर्ट में बताया गया है कि दो तिहाई कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम की सराहना की है और इसे कंटीन्यू रखना चाहते हैं।
सर्वेक्षण में कर्मचारियों ने क्या कहा ?
सिस्को का यह सर्वेक्षण यूरोप, मिडिल ईस्ट और रूस स्थित कंपनियों के करीब 10,000 लोगों का सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण में शामिल केवल 5% ने लॉकडाउन से पहले घर से काम किया था। सर्वेक्षण में शामिल हर दस में से नौ ने घर से काम करने को बेहतर और लाभदायक बताया।
नई पॉलिसी सबको पसंद
कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के चलते मजबूरी में सही दुनियाभर की कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी को अपनाया। लगभग सभी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का मौका दिया। इतना ही नहीं वर्क फ्रॉम होम के दौरान कर्मचारियों के काम की प्रोडक्टिविटी बेहतर हुई है। यही वजह है कि गूगल, फेसबुक समेत कई दिग्गज कंपनियों ने अपने कर्मचारियों हमेशा के लिए वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रही है।
50:50 विकल्प पर विचार कर रही ये कंपनी
विज्ञापन क्षेत्र की एक अन्य कंपनी वंडरमैन थॉमसन ऐसे ही एक सॉल्यूशन पर काम कर रही है, जिसके तहत 50 फीसदी कर्मचारी घर से काम करें और 50 फीसदी ऑफिस आएं।
वंडरमैन थॉमसन की दक्षिण एशिया चेयरमैन और ग्रुप CEO तरुण राय ने बताया कि वर्क फ्रॉम होम का अनुभव अच्छा रहा है। उन्होंने कहा, 'मेरा जोर हमेशा आउटपुट पर रहता है। इस बात पर नहीं कि लोगों ने कितने घंटे ऑफिस में समय बिताया है। इसलिए मुझे इस बात से हैरानी नहीं हुई कि लोगों ने घर से अच्छा और जिम्मेदारी के साथ काम किया। वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपने कर्मचारियों को 50:50 विकल्प देगी।
कर्मचारियों के लिए WFH आसान बनाने के लिए पहल
चूंकि कोरोनावायरस के कारण यही न्यू नॉर्मल बन गया है, तो अब कई कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम आसान बनाने के लिए कुछ कदम उठा रही हैं। कुछ महीने पहले गूगल ने अपने कर्मचारियों को सैलरी के अलग से हजार डॉलर देने की घोषणा की थी, ताकि कर्मचारी अपनी जरूरत के इक्विपमेंट और ऑफिस फर्नीचर खरीद सकें।
अब इस दिशा में कुछ भारतीय कंपनियां भी कदम उठाने जा रही हैं, ताकि कंपनी की प्रोडक्टिविटी का ऊपर ले जाया जा सके और स्टाफ को मोटिवेट कर सकें। एडटेक स्टार्टअप ग्रेट लर्निंग ने सितंबर तक वर्क फ्रॉम होम की घोषणा की हुई है। कंपनी ने जून में 1,000 रुपए का मासिक कोविड-19 भत्ता देने की शुरुआत की, जिसमें वाई-फाई, इंटरनेट और यूपीएस इंस्टॉलेशन, आधिकारिक फोन खर्च और वर्कस्टेशन सेटअप शामिल हैं।
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