बिहार में चुनाव है। जिस कोरोना की कम संख्या दिखाकर चुनाव का माहौल बनाया। अब ये माहौल ही बिहार में कोरोना विस्फोट का कारण बन सकता है। यह चेतावनी रविवार को केंद्र सरकार की वैज्ञानिकों की नेशनल सुपरमॉडल समिति ने किया। इसमें आईआईटी हैदराबाद और आईआईटी कानपुर सहित कई प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल हैं।

समिति ने साफ शब्दों में कहा कि बिहार में चुनाव और बंगाल में दुर्गापूजा के दौरान मरीज असामान्य रूप से बढ़ सकते हैं। हालांकि, सर्दी खत्म होते ही संक्रमण कम होगा। यानी अगर चुनाव में संक्रमण बढ़ता है तो फिर हमें फरवरी तक कोरोना की दूसरी लहर का सामना करना पड़ेगा। दूसरी ओर, महामारी से निपटने के लिए बनी टास्क फोर्स के प्रमुख वीके पॉल ने चेतावनी दी कि ठंड में कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है, इसलिए ज्यादा सावधानी जरूरी।

सामुदायिक संक्रमण स्वीकारा, दावा-फरवरी तक कोरोना खत्म हो जाएगा
समिति का दावा है कि देश में कोरोना का पीक सितंबर में ही आ चुका था और फरवरी 2021 में कोरोना खत्म हो जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को स्वीकार किया कि देश में सामुदायिक संक्रमण हो चुका है, लेकिन यह सिर्फ कुछ जिलों और कुछ राज्यों तक ही सीमित है।

विशेषज्ञ बोले- प्रदूषण कोरोना का प्रसार करेगा
विशेषज्ञों ने प्रदूषण से कोरोना के तेजी से प्रसार के खतरे के प्रति आगाह किया है। कहा- इससे वे लोग सबसे ज्यादा जोखिम में हैं, जिन्हें कुछ हफ्तों पहले कोई भी संक्रमण हुआ है। अनलाॅक और सर्दियों की आहट के साथ ही एअर क्वालिटी खराब होने लगी है। इसलिए खतरा बढ़ा है।

लॉकडाउन नहीं लगता तो 25 लाख मौतें हो चुकी हाेतीं
समिति ने कहा- यदि लॉकडाउन न लगता तो जून में पीक आता और उस दिन 1.4 कराेड़ से ज्यादा मामले सामने आते और अगले साल फरवरी तक 2.4 करोड़ लोग संक्रमित हो जाते। पाबंदियां नहीं लगती तो अगस्त तक 25 लाख मौतें हो चुकी हाेतीं।

1.06 करोड़ संक्रमित होंगे
समिति का अनुमान है कि फरवरी में महामारी नगण्य स्तर पर पहुंच जाएगी। तब तक देश में 1.06 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके होंगे।

पूर्णिया रेंज के आईजी की एम्स में कोरोना से हुई माैत
पूर्णिया के आईजी बिनाेद कुमार की पटना एम्स में काेराेना से माैत हाे गई। शुक्रवार देर रात उन्हें गंभीर हालत में एम्स में भर्ती कराया गया था। वेंटिलेटर पर उनका इलाज चल रहा था। शनिवार रात सवा एक बजे उन्हाेंने आखिरी सांसें लीं। उन्हें डायबिटिज व हाइपरटेंशन भी था। 59 साल के बिनाेद बिहार के पहले बड़े पुलिस अधिकारी हैं जिनकी काेराेना से माैत हुई। वह बिहारशरीफ के निवासी थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
प्रतीकात्मक फोटो।

Post a Comment