20 लाख रुपए की रंगदारी की एफआईआर दर्ज कराने के बाद सिकंदरपुर एफसीआई गोदाम रोड निवासी व्यवसाई राकेश कुमार काे अपराधियाें ने फिर शुक्रवार और शनिवार काे धमकी भरा मैसेज भेजा। उसमें कहा गया कि शनिवार काे शाम 4 बजे रुपए लेने के लिए आदमी पहुंच रहा है। उक्त फाेन के बाद भयभीत व्यवसायी काे पुलिस की ओर से बाॅडीगार्ड मुहैया कराया गया है।
साथ ही पूरे इलाके में सादे लिबास में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। साथ ही व्यवसायी परिवार में भय कम करने के लिए दिन व रात में कई बार पुलिस गश्ती टीम सिकंदरपुर एफसीआई गली का चक्कर लगा रही है। उधर, जिस नंबर से काॅल व मैसेज भेजा गया था पुलिस जांच में उसका लाेकेशन समस्तीपुर आया है।
पुलिस टीम उक्त इलाके में छापेमारी कर रही है। व्यवसायी के घर 13 अक्टूबर काे पत्र फेंक कर 20 लाख रुपए रंगदारी मांगी गई थी। नहीं देने पर दाेनाें बेटाें समेत हत्या की धमकी दी गई थी। पत्र में पार्टी के नाम पर चंदा मांगते हुए लाल सलाम लिखा हुआ था। उसी शाम काॅल कर धमकी दी गई और मैसेज भी भेजा गया। व्यवसायी ने गुरुवार को सिकंदरपुर ओपी में रंगदारी मांगने का पत्र साैंप एफआईआर कराई थी। कहा कि फाेन करनेवाले ने पूछने पर भी नाम नहीं बताया।
बोला- रुपए तैयार रखो, मेरा आदमी जाएगा। शुक्रवार को भी धमकी भरा मैसेज भेज शनिवार शाम 4 बजे तक रुपए तैयार रखने के लिए कहा गया था। ओपी प्रभारी हरेंद्र कुमार ने बताया कि जिस नंबर से रंगदारी का मैसेज आ रहा है उसका लोकेशन समस्तीपुर ट्रेस किया गया है।
लापता एचएम हॉस्पिटल में मिले, नशाखुरानी गैंग ने बनाया था शिकार
मोतीपुर प्रखंड के कथैया हाईस्कूल के हेड मास्टर प्रभाकर कुमार कांटी हॉस्पिटल में इलाज कराते मिले। वह तीन दिनाें से लापता थे। एचएम की मानें तो नशाखुरानी गैंग ने उन्हें शिकार बनाया था। हॉस्पिटल पहुंचकर कथैया थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बयान दर्ज किया है। पुलिस पूछताछ में उनका कहना है, 14 अक्टूबर की शाम स्कूल से शिक्षक मिथिलेश कुमार के साथ मुजफ्फरपुर स्थापना शाखा पहुंचे। फिर मिथिलेश ने उन्हें बैरिया में छोड़ दिया था। वहां से मोतीपुर आना था।
पुलिस पूछताछ में उन्हाेंने बताया, गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। इस बीच हरे रंग की कार सवार पहुंचा। उसने पूछा कि कहां जाना है? उन्हाेंने मोतीपुर बताया। कार सवार ने कहा, हम लोग भी उधर ही जाएंगे कहकर बैठा लिया। सुधा डेयरी के पास पहुंचे तो दबाव बनाकर उसने चाय पिलाई। फिर काम बता कर गाड़ी बैक की। इस बीच वह बेसुध बेसुध हो गए।
होश आने पर उन्हाेंने खुद काे हॉस्पिटल में पाया। हेड मास्टर ने पुलिस को बताया, फीस कलेक्शन की कुछ राशि बैग में थी, लेकिन अब बैग ही नहीं है। वहीं, कथैया थानाध्यक्ष का कहना है, बयान दर्ज किया गया है। फिर से बयान लिया जाएगा। जांच की जा रही है। इसमें सामने आया है कि कथैया हाईस्कूल का माहौल अच्छा नहीं है।
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