जिले में वाहन चोरों का आंतक जारी है। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती ही जा रही हैं। मौका मिलते ही वाहन चोर गाड़ियां उठा ले जाते हैं। अधिकतर बाइक बैंक, कचहरी, सरकारी व निजी कार्यालय के बाहर से चोरी होती हैं। किसी भी शाखा के बाहर बाइक पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। उससे चालकों को अपने वाहन सड़क किनारे खड़े करने पड़ रहे हैं। पुलिस भी अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करने के सिवाए कुछ नहीं कर पा रही है। पुलिस की रिकॉर्ड की ही अगर बात की जाए तो जिले में एक माह में 150 के करीब बाइक चोरी हुई है। इससे खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि चोरों के हौंसले कितने बुलंद दिख रहे हैं। बाइक घर के बाहर खड़ी हो या फिर बस स्टैंड पर। चोर चोरी की घटना को अंजाम देने में तनिक भी नहीं डर रहे हैं। इसी क्रम में चोरों ने जिला समाहरणालय के बाहर से एक बाइक की चोरी कर ली। घटना गुरुवार की सुबह 11 बजे की है। नगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर निवासी राहुल रंजन त्रिपाठी ने अपनी बाइक को खड़ी कर कचहरी में तारीख के लिए गए थे। वापिस आए तो बाइक गायब थी। जिसके बाद नगर थाना में आवेदन देकर बताया है कि हीरो कम्पनी की पैशन प्रो बीआर 29यू 5542 समाहरणालय के बाहर से चोरी हो गई है। पुलिस ने चोरी के मामलों में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कहां जा रहीं चोरी की बाइकें
कई माह से पुलिस बाइक चोरी के किसी भी गिरोह को पकड़ने में कामयाबी हासिल नहीं कर पाई है। ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर पुलिस कर क्या रही है। चोरी की बाइकों को कहां पर खपाया जा रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं हो रहा है कि इन बाइकों को यूपी या फिर किसी अन्य राज्य में तो नहीं बेचा जा रहा है। सैकड़ों बाइक चोरी हो गई और पुलिस चोरों के गिरोह तक नहीं पहुंच पाई तो सवाल पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भी उठ रहे हैं, क्योंकि बाइक चोरी के मामले में पुलिस अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करने से आगे बढ़ती नहीं दिख रही है।
संस्थानों के बाहर भी पार्किंग नहीं: केवल बैंक ही नहीं बल्कि संस्थानों के बाहर भी पार्किंग व्यवस्था नहीं है। इस कारण चालकों को अपने वाहन सड़क पर खड़े करते हैं। सड़क पर वाहन रहने से असुरक्षित रहते हैं। कोई भी बाइक को आसानी से लेकर जा सकता है। संस्थानों के बाहर पार्किंग होने से चालक पार्किंग के अंदर वाहन खड़ा कर सकेंगे। इससे उनके वाहन भी सुरक्षित रहते हैं। चोरों की निगाह से बच सकते हैं।
पचरुखी में जाम बन रहा नासूर
पचरुखी| पचरुखीवासियों को दीपावली के पूर्व से ही लगातार जाम के सामना से दो चार होना पड़ रहा है।जाम का मुख्य कारण स्थानीय दुकानदारों द्वारा किया गया अवैध कब्जा और गाड़ी चालकों द्वारा कुव्यवस्थित ढंग से गाड़ी खड़ा करना है।यहाँ बाजार करने के लिए आने वाले लोग कुव्यवस्थित ढंग से अपनी गाड़ी कहीं भी खड़ी करके चले जाते हैं और इधर स्थानीय लोग जाम से दो-चार होते रहते हैं।जाम लगने का एक अन्य कारण व्यवसायियों द्वारा सड़क का अतिक्रमण करना भी है।कई बार व्यवसायिक गाड़ियों के घुस जाने पर भी बाजार में जाम लग जा रहा है।कभी कभी तो लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं। कई तरह के जरूरी काम छूट जाते हैं।एम्बुलेंस फंस जाती है तो मरीज के परिजनों की जान सांसत में पड़ जाती है।
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