कासिम बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत नौलक्खा से 25 नवम्बर से लापता रेल कर्मी पंकज कुमार के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। सोमवार को लापता रेल कर्मी के पिता कारेलाल यादव सहित दर्जनों ग्रामीण कासिम बाजार थाना पहुंचे और इस मामले में हिरासत में लिए गए पंकज के बड़े भाई अजय को निर्दोष बताया। पिता कारेलाल यादव ने पुलिस के समक्ष आशंका जताया कि बेटा के ससुराल वालों ने ही पंकज को लापता करने की साजिश रची है।
कारेलाल के पिता ने बताया कि छह माह पूर्व पंकज ने अपने हिस्से का एक कट्टा जमीन 06 लाख रुपया में बेचा था। इसके अलावा कई लोगों से पंकज ने नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपया ठगी किया था। ठगी के शिकार लोग उनके यहां अक्सर तगादा करने के लिए आते थे। जिस कारण से पंकज पिछले करीब पांच माह से नौलक्खा स्थित अपने घर में नहीं रह कर मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत शंकरपुर स्थित ससुराल में अधिकांश समय रहता था।
कारेलाल यादव ने आशंका जताई कि जमीन का पैसा और ठगी का पैसा हड़पने की नीयत से पंकज को उसके ससुराल वालाें ने गायब कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने उसके बड़े पुत्र अजय कुमार को हिरासत में लिया है, वह निर्दोष है। ऐसे मे पुलिस ससुराल पक्ष के लोगों पर जांच केन्द्रित करे।
जल्द मामले का किया जाएगा खुलासा : कासिम बाजार थानाध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। लापता रेल कर्मी पंकज के मोबाइल का लास्ट लोकेशन नौलक्खा में मिला है। शीघ्र ही इस मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा।
ड्यूटी ज्वाइन करने निकले थे पंकज: बता दें कि 25 नवम्बर की दोपहर बाद शंकरपुर स्थित ससुराल से मुजफ्फरपुर में ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए निकला 35 वर्षीय पंकज यादव दोपहर करीब 11 बजे से लापता है। वह मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन में आईडब्ल्यू विभाग में काम करता है। लापता रेल कर्मी की पत्नी सुमन कुमारी ने लिखित शिकायत दर्ज कराया है।
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