उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले आदित्य जय सिंह की मौत के मामले में पुलिस की जांच जारी है। मामले में जेल भेजे गए पटना सिटी के राजगोपाल, अमेठी के सौरभ त्रिवेदी और बेगूसराय के अनमोल के मोबाइल की सीडीआर पुलिस खंगाल रही है। राजगोपाल एनआईटी में पढ़ ही रहा है। छानबीन में पुलिस को पता चला है कि एनआईटी के इन छात्रों की हरकत के बारे में कई और लड़कों को पता है।

जांच में यह बात आई है कि ड्रग्स के ओवरडोज से आदित्य जय सिंह की मौत हुई है। वहीं आदित्य के परिजन भी आरोप लगा चुके हैं कि उसके दोस्तों ने नशीले पदार्थ का ओवरडोज उसे दिया। अब पुलिस इस सवाल का जवाब तलाश रही है कि छात्रों तक ब्राउन शुगर या फिर अन्य ड्रग्स कैसे पहुंचता है।

इस संबंध में एनआईटी के कुछ छात्रों से पुलिस पूछताछ करेगी। ये ऐसे छात्र हैं, जिनसे राजगोपाल और अन्य लड़के लगातार संपर्क में थे। राजगोपाल के मोबाइल से पुलिस को दस से अधिक संदिग्ध नंबर मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार, होगा खुलासा
घटना के बाद पुलिस शेखपुरा स्थित सौरभ त्रिपाठी के घर की जांच की थी। मौके से पुलिस ने एक पुड़िया बरामद किया है। पुलिस यह मान रही है कि ब्राउन शुगर इसी पुड़िया में रहा होगा। पुड़िया को जांच के लिए भेज दिया गया है। इधर, पुलिस अब आदित्य के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही साफ होगा कि आखिर आदित्य की मौत किस नशीले पदार्थ के लेने से हुई थी।



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NIT's predecessor student's death case, where did police come from looking for drugs

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