कृषि कानूनों के खिलाफ राजभवन मार्च कर रहे जाप के समर्थकों को पुलिस ने जीरो माइल के पास रोकने का प्रयास किया। इसे लेकर जाप समर्थकों ने जमकर बवाल काटा। कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टर लगाकर रास्ते को बंद कर दिया। चेतावनी के बावजूद बैरियर से आगे बढ़ने का प्रयास किया।
तब पुलिस ने वाटर कैनन की मदद से पानी की बौछार से तथा लाठीचार्ज कर भीड़ को तितिर-बितिर कर दिया। इस दाैरान करीब दो घंटे तक अफरा-तफरी की स्थिति रही। पुलिस ने इस मामले में आठ समर्थकों को गिरफ्तार किया है। एसडीओ मुकेश रंजन ने बताया कि अनुमति नहीं रहने व गाइडलाइन का उल्लंघन करने की वजह से मार्च को रोका गया।
हंगामा करने के मामले में पार्टी के महासचिव राजेश रंजन पप्पू, मनीष कुमार और प्रिया समेत आठ लोगाें काे गिरफ्तार किया गया है। जाप प्रमुख समेत 200 से अधिक लाेगाें के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
विरोध प्रदर्शन करना हमारा मूल अधिकार : पप्पू यादव
मार्च का नेतृत्व कर रहे पप्पू यादव ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करना सभी नागरिकों का मूल अधिकार है। प्रशासन हमें अपने मूल अधिकार से वंचित कर रहा है। देश का अन्नदाता खतरे में है। हमलोग किसी के रोकने से नहीं रुकेंगे। हम यह लड़ाई आखिरी दम तक लड़ेंगे और लड़कर जीतेंगे।
लाठीचार्ज की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। हम इस लाठीचार्ज की निंदा करते हैं। जनता इस पुलिसिया कार्रवाई का जवाब जरूर देगी। इस दाैरान प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, रघुपति सिंह, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, सविता सिंह नेपाली, सच्चिदानंद राय आदि थे।
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