पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राजधानी में गंगा नदी के किनारे दीघा से दीदारगंज तक गंगा पथ परियोजना का कार्य दिसम्बर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। दीघा से गांधी घाट तक निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और अगले 8 माह में अगस्त 2021 तक दीघा से ए.एन.सिन्हा इन्स्टीच्यूट के बीच आवागमन शुरू कर दिया जाएगा।

पथ निर्माण मंत्री ने गंगा पथ परियोजना के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि दीघा से दीदारगंज तक 20.50 किमी लम्बी इस परियोजना की प्राक्कलित राशि 3390 करोड़ की है, जिसमें ए.एन.सिन्हा इन्स्टीच्यूट के पास से गायघाट, कंगनघाट होते हुए पटना घाट एवं धर्मशाला घाट से पुराने नेशनल हाई-वे दीदारगंज तक कुल 11.70 कि.मी. एलीवेटेड रोड एवं कुल 8.80 कि.मी. पथांश बांध पर है। गंगा पाथ-वे के बन जाने से राजधानी में एक छोर से दूसरे छोर पूरब से पश्चिम के बीच अशोक राजपथ पर वाहनों के बढ़ते दबाव को कम किया जा सकेगा।

5 मीटर के वाॅकिंग ट्रैक का प्रावधान: पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि पीएमसीएच में मरीजों के आवागमन के लिए विशेष रूप से 4 लेन की सड़क कनेक्टिविटी दी जा रही है। एम्स-दीघा पथ, जेपी सेतु एवं आर. ब्लाॅक-दीघा पथ से संपर्कता के लिए दीघा छोर पर विश्व स्तरीय रोटरी का निर्माण किया जा रहा है, जिससे इन तीनों मार्गों से आने वाले वाहन गंगा पथ पर जा सकेंगे। 5 मीटर के वॉकिंग ट्रैक का भी प्रावधान है।

13 स्थानों पर अंडरपास का निर्माण हो चुका है
पटना सिटी से दानापुर तक कुल 13 स्थानों पर अंडरपास का निर्माण किया गया है। मंत्री ने बताया कि दीघा से दीदारगंज तक पथ निर्माण की कल्पना 25 वर्ष पूर्व की गई थी। निरीक्षण में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय अग्रवाल, मुख्य महाप्रबंधक संजय कुमार एवं महाप्रबंधक ज्योति भूषण श्रीवास्तव आदि शामिल थे।



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पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि पीएमसीएच में मरीजों के आवागमन के लिए विशेष रूप से 4 लेन की सड़क कनेक्टिविटी दी जा रही है।

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