आने वाली पीढ़ी काे डाक विभाग और डाकिया के बारे में बताने के लिए प्रधान डाकघर ने अपने शताब्दी वर्ष पर परिसर में प्रतिमा लगाई है। साढ़े पांच लाख से डाकिया के हाथ पर कबूतर की प्रतिमा बनवाई गई है। बताया जा रहा है कि प्राचीन काल में पत्रवाहकों का काम कबूतर ही करते थे। मंजूषा कलाकार मनोज पंडित की सहयोग से बनी यह प्रतिमा चबूतरा समेत 40 फीट ऊंची है।

इसका रंगरोगन रंजीत मालाकार ने किया है। शहर की सबसे ऊंची इस प्रतिमा का निर्माण 8 अप्रैल 2019 को शुरू हुआ था। तकनीकी कारणों से इसमें देरी हुई। 8 अक्टूबर 2019 तक पूरा नहीं हो सका। ग्रेनाइट लगाने की स्वीकृति 2020 में मिली। इसके बाद लॉकडाउन से देरी हाे गई।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
प्रधान डाकघर में बना डाकिया का स्टेच्यू।

Post a Comment