लॉकडाउन वाले साल 2020 में जिले में अपराध कम हुए हैं। आंकड़े बताते हैं कि 2019 की तुलना 2020 में 30 से 35 प्रतिशत तक अपराध की घटनाओं में कमी आई है। इसकी सबसे बड़ी वजह कोरोना महामारी के कारण कई माह तक लगने वाला लॉकडाउन है। इस दौरान लोगों को घरों से निकलने पर प्रतिबंध लगा था।

जिले में सर्वाधिक क्राइम रात में होता है, लेकिन नाईट कर्फ्यू के कारण इसपर लगाम लग गया। चुनावी साल होने के कारण भी पुलिस काफी अलर्ट रही। हर छोटी-बड़ी घटना को गंभीरता से लिया। केसों के खुलासे की दिशा में भी बढ़िया काम हुआ है। इन सब का असर क्राइम कंट्रोल पर हुआ।

कोतवाली में कम हुआ केस तो नाथनगर में बढ़ा

कोतवाली थाने में कोतवाली के अलावा जोगसर, बरारी और तिलकामांझी थाने का केस दर्ज होता है। 2019 में कोतवाली थाने में पूरे वर्ष में 1129 घटनाएं रिपोर्ट हुई थीं। जबकि इस साल एक दिसंबर तक 734 घटनाएं दर्ज हुई हैं। उसी तरह नाथनगर थाने में नाथनगर के अलावा ललमटिया व मधुसूदनपुर थाने का केस दर्ज होता है। यहां 2019 में 640 केस जबकि इस साल एक दिसंबर तक 723 केस दर्ज हुए हैं।

दाे साल में प्रमुख थाने में दर्ज मुकदमे
नाम 2019 2020
कोतवाली 1129 734
तातारपुर 312 168
इशाकचक 200 152
मोजाहिदपुर 367 254
हबीबपुर 203 172
जीरोमाइल 173 134
लोदीपुर 218 219
सबौर 375 336
नाथनगर 640 723
कजरैली 102 77
जगदीशपुर 427 410

तीन वजह, जिनसे अपराध कम हुए

1. लॉकडाउन : लॉकडाउन में रात में कई माह तक कर्फ्यू रहा। इस कारण घटनाएं भी कम हुई। क्योंकि सड़क पर लोगों की आवाजाही नहीं के बराबर हुई।
2. बेहतर पुलिसिंग : जिले में बेहतर पुलिसिंग के कारण भी घटनाएं कम हुईं। अनुभवी और पुराने पुलिस अफसरों की जिले में तैनाती का सीधा फायदा क्राइम कंट्रोल में हुआ।
3. मजबूत टीम : जिले की पुलिस टीम के मजबूत रहने होने से भी वारदात कम हुई। एसएसपी आशीष भारती के नेतृत्व में पूरी पुलिस टीम ने हर छोटी-बड़ी घटनाओं को गंभीरता से लिया।



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Policing increased due to lockdown and elections, crime reduced by 35 percent

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