काेराेनाकाल में सदर अस्पताल के टेक्नीशियन काे काेराेना जांच में लगाने से सामान्य मरीजाें की बंद जांच के सीएस के निर्देश के बाद भी व्यवस्था धवस्त है। 16 नवंबर को सीएस ने छठ पूजा के बाद 31 तरह की जांच करवाने के दावे किए थे। लेकिन त्योहार के बाद सीएस के छुट्टी पर जाने के साथ ही उनका आदेश भी कागजों में सिमट गया। अब भी यहां आने वाले मरीजों को निजी लैब में जांच करवाने को विवश होना पड़ रहा है।
अफसर जांच शुरू करवाने की बाजय बहानेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि दाे टेक्नीशियन में एक काे काेराेना हाे गया है। मंगलवार काे भी पैथाेलाॅजी में ताला बंद रहा। मरीज दिनभर पैथोलॉजी खुलने का इंतजार करते रहे। मंगलवार को अस्पताल की ओपीडी में 150 महिलाएं समेत 300 मरीजों के रजिस्ट्रेशन हुए। करीब 60 महिलाओं को डॉक्टरों ने जांच की सलाह दी।
साथ ही दाे दर्जन पुरुषों काे सीबीसी और डायबिटीज जांच की जरूरत थी। लेकिन पैथोलॉजी बंद होने से उन्हें लौटना पड़ा। कई को निजी लैब में जांच करवानी पड़ी। जगदीशपुर राेड तीन पुलिया की शिवानी देवी काे पांच माह का गर्भ है। डाॅक्टर ने सीबीसी व हीमाेग्लाेबीन जांच की सलाह दी। दाे दिन पहले जगदीशपुर राेड की राॅकी कुमारी ने प्राइवेट जांच घर में पैसे देकर जांच कराई। इशाकचक थाना क्षेत्र की बीबी साेनी को भी जांच कराने निजी लैब जाना पड़ा।
एक टेक्नीशियन को काेराेना हो गया। पहले काेराेना जांच का लक्ष्य कम था। अब बढ़ गया है। लेकिन एक टेक्नीशियन काे अब पूरी तरह से काेराेना जांच से हटाने पर विचार कर रहे हैं। इसके बाद सामान्य मरीजाें की जांच पैथाेलाॅजी में होगी।
- डॉ. एके मंडल, प्रभारी, सदर अस्पताल
छठ पूजा के बाद जांच शुरू ताे करना था पर आरटीपीसीआर जांच का लक्ष्य जिले में 1200 हाे गया है। एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच में टेक्नीशियन लगा है। एक काेराेना पाॅजिटिव भी हाे गया है। अलग टेक्नीशियन की व्यवस्था करेंगे, फिर जांच शुरू हाेगी।
- डाॅ. विजय कुमार सिंह, सिविल सर्जन
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