कूड़ा उठाव गाड़ियां खराब होने की स्थिति में लोगों को अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। अभी 375 क्लोज टीपर से कूड़े का उठाव किया जाता है। सभी 75 वार्डों में पांच-पांच टीपर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनमें एक भी सफाई वाहन खराब होता है तो संबंधित मोहल्लों से कूड़ा उठाव बाधित हो जाता है। ऐसे में लोग सड़कों पर ही कूड़ा फेंक देते हैं।
इस समस्या से निजात के लिए निगम प्रशासन ने निर्णय लिया है कि अब 10-10 अतिरिक्त क्लोज टीपर को अंचल के स्तर पर रखा जाएगा। इसके लिए निगम प्रशासन ने 60 नए क्लोज टीपर की नए साल में खरीद की योजना तैयार की है। इस योजना को 6 जनवरी को आयोजित होने वाली सशक्त स्थायी समिति की बैठक में हरी झंडी मिल सकती है।
नई गाड़ियों के आने के बाद किसी भी गाड़ी की खराबी की स्थिति में संबंधित रूट पर दूसरे सफाई वाहन को चलाया जाएगा। नए क्लोज टीपर के आने के बाद सफाई व्यवस्था में बदलाव हो जाएगा। हर मुहल्ले में इसके बाद निर्धारित समय सीमा के भीतर कूड़ा के उठाव की योजना को लागू किया जाएगा।
नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा का कहना है कि लोगों में जब निगम की गाड़ियों के समय पर आने का भरोसा हो जाएगा तो निश्चित तौर पर सड़कों पर कूड़ा फेंकने जैसी स्थिति में कमी आएगी। इसके बाद भी जो लोग सड़कों पर कूड़ा फेंकते पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
ई-रिक्शा से भीतरी मोहल्लों से होगा उठाव
भीतरी मुहल्लों से भी कूड़ा के नियमित उठाव की योजना बनाई गई है। इसके लिए भी रूट का निर्धारण होगा। तमाम घरों से कूड़ा का उठाव कराने के लिए क्लोज टीपर के साथ-साथ ई-रिक्शा की भी व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है। पहले से ही इस मामले में योजना तैयार की जा रही थी। अब 150 टीपर की खरीद की योजना को हरी झंडी मिलने वाली है।
निगम प्रशासन की ओर से इन ई-रिक्शा टीपर की खरीद के बाद वार्ड स्तर पर मुहैया कराई जाएगी। इससे पतली गलियों में अवस्थित घरों से भी कूड़ा का नियमित उठाव कराया जाना संभव होगा। 75 वार्डों में दो-दो ई-रिक्शा टीपर की उपलब्धता की योजना है। इन सफाई वाहनों की मरम्मत के लिए भी अंचल स्तर पर व्यवस्था को बेहतर बनाने की तैयारी की जा रही है।
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