शुक्रवार को आरा कोर्ट में सेक्स रैकेट कांड के आईओ ने संदेश के विधायक अरुण यादव को फरार घोषित करते हुए पूरक अनुसंधान पत्र समर्पित कर दिया। इसके साथ ही कई महीनों से जेल में बंद चार अभियुक्तों को सजा दिलाने के बिंदु पर कार्यवाही तेजी आने की संभावना बढ़ गई है। इससे विधान सभा की सदस्यता पर असर भी पड़ सकता है। सेक्स रैकेट कांड में पुलिस की शिथिलता को देखते हुए प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह पॉक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश आरके सिंह ने काफी डांट फटकार लगाई थी। टाउन थाना क्षेत्र की रहने वाली 11 वर्षीय बच्ची के साथ गलत काम के मामले में संदेश के आरजेडी विधायक अरुण यादव फरार चल रहे हैं। अभियोजन पक्ष की ओर से केस देख रही विशेष लोक अभियोजक सरोज कुमारी ने बताया कि शुक्रवार को कोर्ट खुलने के साथ ही केस के आईओ चंद्रशेखर गुप्ता पॉक्सो कोर्ट में पहुंचे। इसके बाद भूमिगत संदेश के आरजेडी विधायक अरुण यादव को फरार घोषित करते हुए उनके विरुद्ध भी आरोप पत्र समर्पित कर दिया। केस के आईओ ने 376, 370, 370 ए,376 ए-बी 75 किशोर न्याय संरक्षण अधिनियम, 376 डीबी 376 डी एससी इमोरल ट्रेफिक एक्ट एवं 468 के तहत विधायक यादव को फरार घोषित कर दिया।
अभी तक शराब बेचने वाले व लखनऊ के रहने वाले आरोपियों का नाम तक पता नहीं लगा सकी पुलिस
संदेश के आरजेडी विधायक अरुण यादव को फरार कोर्ट में घोषित करते हुए आईओ ने पूरक अनुसंधान पत्र समर्पित कर दिया। लेकिन,पुलिस अभी तक सेक्स रैकेट कांड में बच्ची द्वारा लिए गए पटना के शराब बेचने वाला एवं लखनऊ के रहने वाले लोगों का नाम तक पुलिस पता नहीं कर पाई है कि वह लोग कौन थे। कहां उनका पता ठिकाना है। पहले ही कोर्ट में चार्जशीट मनरेगा के इंजीनियर, संजय पंडित, अनीता व संजीत के खिलाफ पुलिस समर्पित कर चुकी थी।
अरुण यादव का फाइल फोटो
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