बैसा प्रखंड के मनरेगा भवन में मंगलवार को पंचायत प्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें जीआईएस आधारित मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कार्यक्रम पदाधिकारी कुमार मनीष ने कहा कि अब पंचायतों में विकास कार्यों के लिए स्थल चयन, सत्यापन, कार्य की निगरानी आदि जीआईएस सिस्टम के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए शुरुआती दौर में प्रखंड के कुल सोलह पंचायतों में से दो पंचायत रौटा व मालोपाड़ा का चयन किया गया।

मनरेगा के तहत जितने भी कार्य हैं उन सभी का पंचायतवार जीआईएस बेस्ड प्लान तैयार कर मैप, टोपो सीट आदि के माध्यम से गूगल अर्थ में एरिया वाईज एप के द्वारा अपलोड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में कार्यों की स्वीकृति के लिए अब जीआईएस (भौगोलिक सूचना तंत्र प्रणाली) आधारित प्लान तैयार करना होगा। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से गूगल अर्थ एवं सैटेलाइट आधारित डिजिटल नक्शे को कम्प्यूटर पर लेकर उनके माध्यम से गांव के समग्र विकास के लिए ग्राम पंचायतवार कार्य किया जाना है। इसके अंतर्गत जल संसाधन विभाग, वन विभाग तथा कृषि एवं वानिकी विभाग के कार्य सम्मिलित करते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत की समग्र कार्य योजना तैयार की जाएगी। इस कार्य योजना के कार्यों को आगामी 3 वर्षों में करवाया जाना तय किया गया है।

बैठक में मौजूद कार्यक्रम पदाधिकारी व अन्य।



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Amur News - rota and malopada panchayats selected in first phase for implementation of mnrega scheme

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