24 घंटा पहले आरा में कोरोना का पॉजीटिव केस मिलने के बाद 35 लाख की आबादी वाले भोजपुर जिले के लोगों को 20 तारीख से मिलने वाले लॉक डाउन के छूट में ग्रहण लग गया है। भोजपुर जिला मे 25 वर्षीय मरीज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन के साथ लाखों लोगों में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मरीज सदर अस्पताल के एक वार्ड में 18 अप्रैल से ही भर्ती था। 19 अप्रैल की दोपहर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने भोजपुर के 25 वर्षीय युवक के कोरोना वायरस से संक्रमण होने की पुष्टि की।

इसके बाद जिला प्रशासन के साथ भोजपुर पुलिस हरकत में आई। तुरंत ही वरीय अधिकारी के निर्देश पर कोरोना पॉजिटिव मरीज के बड़हरा क्षेत्र स्थित गांव में पहुंची। ताकि, उसके परिजनों एवं संपर्क में आए लोगों को क्वारान्टीन किया जा सके। लेकिन, उससे पहले ही घर के लोग ताला मार कर वहां से गायब थे। जिसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। इधर सदर अस्पताल के जिस वार्ड में संक्रमित मरीज भर्ती था।

उसको लेकर भी अस्पताल प्रबंधन के लोग भी डरे सहमे हैं। वैसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जो उसके संपर्क में आए थे। फिलहाल दो नर्स के अलावा लगभग 8 लोग चिन्हित किए गए हैं। जिसमें मरीज के भाई के अलावे एक एंबुलेंस का ड्राइवर भी था। इधर मरीज की स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल के डॉक्टर ने पटना रेफर कर दिया है।

दिल्ली से पहुंचा था कानपुर, फिर पुलिसवाला चाचा लेकर कानपुर से बलिया के रास्ते पहुंचा आरा
बताया जा रहा है कि पीड़ित मरीज दिल्ली में काम करता था। लॉक डाउन के दौरान कानपुर पहुंचा। कानपुर से कैसे इसके बारे में पुलिस पता लगा रही है। चर्चा है कि आरा के पुलिस लाइन में कार्यरत एक ड्राइवर का कोरोना पीड़ित भतीजा है। जो उसे कानपुर से बलिया के रास्ते अपनी गाड़ी पर पास दिखाकर बॉर्डर से आरा लेकर पहुंचा। 2 दिनों पहले कानपुर से आरा रात को पहुंचा था। इधर पुलिस के ड्राइवर के संपर्क मे बाद हड़कंप मच गया है। पुलिस लाइन में भी कई लोगों को चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है।
मरीज के घर लटका ताला परिजन गायब
बताया जा रहा है कि 25 वर्षीय युवक के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया है। मरीज के गांव वाले भी डरे सहमे हुए हैं। क्योंकि अपने परिवार के लोगों के संपर्क में आने के बाद कई गांव वालों के भी टच होने के आसार हैं। कुछ लोग खवासपुर जाने की चर्चा रहे थे कि वह वहां गया था।लेकिन, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। भोजपुर प्रशासन हर एक एंगल को खंगालने में लगी हुई है।

24 लोगों को किया गया क्वारान्टीन : डीएम
भोजपुर के कोरोना पीड़ित के संपर्क में आए 24 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। उन्हें एक होटल में रखकर नजर रखा गया है। सिम्टम पाए जाने पर 2 दिन बाद सैंपल लेकर पटना जांच के लिए भेजा जाएगा।ताकि कोरोना पॉजिटिव या नेगेटिव बातों की जानकारी हो सके। उन्होंने कहा कि 8 पीड़ित परिवार के लोग 8 स्वास्थ्य कर्मी तथा कुछ पुलिसकर्मियों को पुलिस केंद्र से चिन्हित किया गया है। और लोगों की जांच पड़ताल की जा रही है कि कौन-कौन से लोग इन लोगों के संपर्क में आए थे। भोजपुर डीएम ने कोरोना पीड़ित के गांव को सील करने का आदेश दे दिया है।जिसके बाद प्रशासन की टीम एक्टिव हुई और पहले कोरोना पीड़ित की पहचान करने में जुटी हुई है। डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि गांव को सील कर दिया गया है।

30 की हुई स्क्रीनिंग
सदर अस्पताल में मरीजों का जांच लगातार किया जा रहा है। सोमवार को डॉक्टरों ने 30 लोगों का स्क्रीनिंग टेस्ट किया। जबकि, तीन संदिग्ध मरीजों का स्वाब टेस्ट जांच के लिए अस्पताल प्रबंधन ने पटना भेज दिया है।



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Bhojpur received a shock 24 hours before the relaxation of lockdown, Corona's first patient found

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