पावापुरी मेडिकल कालेज जांच के लिए आये 65 जवानों को बिना जांच कराये वापस लौटना पड़ा। कोरोना ड्यूटी में इन्हें तैनात किया गया था। विम्स में ये स्क्रीनिंग के लिए आये थे लेकिन बैरंग वापस पुलिस लाइन लौटना पड़ा। इन सिपाहियों ने बताया कि विभिन्न जिलों से ड्यूटी करते हुए यहां पहुंचे हैं। भागलपुर, मुंगेर, खगड़िया, नवगछिया, लखीसराय, बेगुसराय, समस्तीपुर, वैशाली, पटना होते हुए नालंदा पुलिस लाइन पहुंचे जहां से जांच के लिए सीधे विम्स भेज दिया गया।
डॉक्टर का अभाव कह लौटाया
विम्स में इन्हें डाक्टर का अभाव कहकर वापस लौटा दिया गया। सभी को मंगलवार को 20-20 के ग्रुप में बुलाया गया है। हालांकि सभी ने ओपीडी में पुर्जा कटवा लिया था। एक दिन में एक ही ग्रुप की जांच की बात कही गयी है। जवानों ने बताया कि प्रिंसपल से अनुरोध करने पर समय पर नहीं आने की बात कही गयी। बताया गया कि ओपीडी 2 बजे बंद कर दिया गया है। जवानों का कहना है कि सभी समय पर पहुंचे थे लेकिन डाक्टर मीटिंग में व्यस्त थे।
समस्या सुनायी फिर भी नहीं माने: जवानों ने कहा कि भागलपुर से आने के दौरान खाना तक नहीं खा सके हैं। जब तक जांच नहीं होगी तब तक पुलिस लाइन में भी अलग रखा जायेगा। यह परेशानी सुनाने के बावजूद कोई नहीं माने और रुखे व्यवहार के साथ कल आने को कहा गया।
ड्यूटी कड़ी लेकिन जांच में टाल मटोल
पुलिस जवानों से ड्यूटी तो कड़ी ली जा रही है लेकिन जांच में टाल मटोल की रवैया से जवान परेशान दिखे। वैसे भी जब ये कोरोना जैसे संक्रमण से बचाव के लिए जांच के लिए आये थे तो इस तरह से टाल मटोल करना लापरवाही है। इस संबंध में राजगीर एसडीओ संजय कुमार से बात की गयी तो उन्होंने कोई पहल करने की बजाय सीएस से बात करने को कहा। एसपी ने कहा कि कल जांच होगी उसके बाद ड्यूटी लगायी जायेगी। अस्पताल के अधीक्षक डा. ज्ञान भूषण ने कहा कि डाक्टर मीटिंग में व्यस्त हैं। फिर भी कोशिश करते हैं। अंतत: जवान वापस लौट गये।
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